खराब खरीद नीति के चलते लक्ष्य नहीं हुआ पूरा, दबाव बनाकर करायी गयी  97,000 क्विंटल गेंहू की खरीद
 

चंदौली जिले में जिला प्रशासन और विपणन विभाग की सारी कवायद फेल हो गयी और इस बार गेहूं खरीदारी का लक्ष्य चंदौली जिला पूरा नहीं कर पाया है
 

जिले में इस बार गेहूं खरीदारी का लक्ष्य रहा अधूरा

4000 से अधिक किसानों ने कराया था पंजीयन

 सिर्फ 1875 किसानों ने ही बेचा अपना गेहूं

सरकार से अधिक रेट दे रहे थे व्यापारी 

चंदौली जिले में जिला प्रशासन और विपणन विभाग की सारी कवायद फेल हो गयी और इस बार गेहूं खरीदारी का लक्ष्य चंदौली जिला पूरा नहीं कर पाया है। क्रय केंद्रों की अपेक्षा बाजारों में ज्यादा दाम मिलने के कारण  किसानों के घर और खलिहान से ही व्यापारी गेहूं खरीदकर अपने पास लेते चले गए और प्रशासन की छापेमारी की नीति को भी ठेंगा दिखा गए। इसलिए बहुत से किसान क्रय केंद्रों पर अपना गेंहू लेकर नहीं पहुंचे और न ही केन्द्र वाले किसानों के पास जा सके।  

विपणन विभाग के अनुसार 1,10,000 क्विंटल लक्ष्य के सापेक्ष केवल 97,000 क्विंटल गेंहू की खरीदारी हुई है। जनपद में गेहूं खरीदारी के लिए इस बार 88 क्रय केंद्र खोले गए थे। वहीं, विभाग की ओर से एक लाख दस हजार क्विंटल गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया था। 1 मार्च से 15 जून तक 97000 क्विंटल गेहूं की खरीद विभाग कर पाया, जो लक्ष्य से 13,000 क्विंटल कम है। बाजार रेट ज्यादा होने की वजह से क्रय केंद्रों पर अपनी स्वेच्छा से किसान नहीं पहुंचे। विभाग के लोगों ने नौकरी बचाने के लिए सेटिंग के जरिए खरीद करके जिले की नाक बचाने की कोशिश की।

आपको बता दें कि गेहूं बेचने के लिए 4000 से अधिक किसानों ने पंजीयन कराया था, लेकिन सिर्फ 1875 किसानों ने गेहूं क्रय केंद्रों पर बेचा है। सभी किसानों के गेहूं का भुगतान कर दिया गया है। सिर्फ पांच किसानों के 1,65,000 रुपये का भुगतान बाकी है, जिसे जल्द ही कर दिया जाएगा।


इस सम्बंध में जिला विपणन अधिकारी अनुपम निगम ने बताया कि जिले में हर तरह के प्रयासों के बाद भी केवल 97,000 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है, जो लक्ष्य से 13,000 क्विंटल कम है। सभी किसानों का भुगतान कर दिया गया है। पांच किसान बाकी हैं, जिनका भुगतान जल्द हो जाएगा।