अब तो DM के आदेश को भी नहीं माने बिजली विभाग के अफसर, चली गयी गोपाल की जान
 

मवेशी चराने के लिए खेतों में जा रहे चकरघट्टा थाना क्षेत्र के  बसौली गांव निवासी बुजर्ग गोपाल यादव (69) पुत्र रामकेवल की रास्ते में जाते समय काफी दिनों से लटके तार की चपेट में आने से करंट लग गया।
 

नौगढ़ में लटके तार की चपेट में आने से हुयी मौत

हादसे में चली गयी गोपाल की जान

परिजनों ने शव उठाने से किया इनकार

चन्दौली जिले के तहसील नौगढ़ में सिवान में बिजली के लटके तार की चपेट में आने से एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई। परिजनों ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव उठाने से इंकार कर दिया और थाने में लिखित तहरीर दिया है। बिजली विभाग की लापरवाही ने बुजुर्ग की जिंदगी लील ली। परिजनों को समझाने बुझाने के बाद पुलिस ने दोपहर बाद शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल भेज दिया।

आपको बता दें कि मवेशी चराने के लिए खेतों में जा रहे चकरघट्टा थाना क्षेत्र के  बसौली गांव निवासी बुजर्ग गोपाल यादव (69) पुत्र रामकेवल की रास्ते में जाते समय काफी दिनों से लटके तार की चपेट में आने से करंट लग गया, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।


घटना नौगढ़ तहसील मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर बसौली गांव की है। जानकारी मिलने के बाद मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई। प्रधान प्रतिनिधि जयप्रकाश सिंह उर्फ शेरू यादव की सूचना पर थाना पुलिस, हल्का लेखपाल मौके पर पहुंचे और पूरी घटना की जानकारी ली।


ग्रामीण में रोष, शव उठाने से किया इनकार...
बिजली विभाग की लापरवाही चलते बुजुर्ग के  मौत की खबर इलाके में आग की तरह फैल गई, जिसके बाद मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई और मृतक के परिजनों को हादसे की सूचना दी गई। घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों ने मृतक के शव को उठाने से इनकार कर दिया।


लापरवाह कार्मिकों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग
मृतक के परिजनों और गांव के लोगों ने बिजली विभाग के लापरवाह कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई एवं मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर शव उठाने से इनकार करते हुए घटनास्थल पर धरने पर बैठ गए। काफी देर बाद थाना पुलिस के आश्वासन एवं मृतक के परिजनों को समझाने बुझाने के बाद शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला हॉस्पिटल भेजा गया।


दो साल से लटके तार की जिलाधिकारी को दी थी जानकारी

ग्रामीणों का आरोप है कि दो  साल से तार को कसने और पोल बदलने हेतु विद्युत विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाई। इतना ही नहीं गांव के प्रधान ने संपूर्ण समाधान दिवस में तत्कालीन जिलाधिकारी संजीव सिंह व ईशा दुहन को अवगत भी करवाया। लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों और कार्मिकों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। विभाग ने न तो तार को सही करवाया और न ही पोल को बदला जिसके चलते हादसा घटित हो गया।