छेड़खानी के मामले में मुकदमा दर्ज न किए जाने को लेकर प्रधान व कोतवाल में झड़प,  कहासुनी के बाद प्रधान संघ बैठा धरने पर

प्रधानों का आरोप है कि प्रधान को जेल भेजने के मामले को लेकर हम सभी लोग धरने पर बैठे हैं । साथ ही नाराज प्रधान संघ सदर कोतवाल प्रभारी को निलंबन की कार्यवाही पर पड़े हुए हैं।
 

प्रधान को जेल भेजने के मामले में नाराज प्रधान संघ

धरने पर बैठकर कोतवाल को हटाने की कर रहे हैं मांग

सदर कोतवाल की हरकत से नाराज हैं ग्राम प्रधान

चंदौली जिले के सदर कोतवाली में प्रधान के साथ दुर्व्यवहार के मामले को लेकर प्रधान संघ के लोगों ने सदर कोतवाली में धरने पर बैठकर कोतवाल के हटाने की मांग कर रहे हैं।
 इस मामले की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सदर क्षेत्राधिकारी राजेश राय मामले को सुलह समझौते  कर धरना समाप्त करने का प्रयास में जुट गए।

बता दें कि विसुंधरी ग्राम सभा में एक नाबालिक लड़की के साथ छेड़खानी के मामले में  कार्यवाही में लेट होने के कारण प्रधान प्रतिनिधि थाने पर पहुंचे और कार्यवाही की मांग कर रहे थे तभी कुछ कहासुनी हुई और जिसको लेकर प्रधान प्रतिनिधि नाराज हो गए और प्रधान संघ के सभी लोगों को बुला लिया।

वहीं प्रधानों की संख्या को देखकर सदर कोतवाल प्रभारी सभी प्रधानों पर भड़क गए और उन्हें उठने की बात कहने लगे नहीं तो विधिक कार्यवाही की भी बात कर दी, जिस पर नाराज प्रधान उन्हें हटाने की मांग को लेकर पड़ गए।

 वहीं प्रधानों का आरोप है कि प्रधान को जेल भेजने के मामले को लेकर हम सभी लोग धरने पर बैठे हैं । साथ ही नाराज प्रधान संघ सदर कोतवाल प्रभारी को निलंबन की कार्यवाही पर पड़े हुए हैं।

इस संबंध में प्रधान प्रतिनिधि अमित सिंह धरहरा ने बताया कि हमारा एक साथी अपने गांव की एक पीड़ित नाबालिक महिला की छेड़खानी के मामले में कानूनी कार्यवाही करने आया था, लेकिन कोतवाल द्वारा प्रधानों के ऊपर मुकदमा दर्ज करने तथा जेल भेजने की धमकी दी गई है। जिसको लेकर हम सभी प्रधानगण धरने पर बैठे हैं और जब तक निलंबन की कार्यवाही नहीं होगी तब तक हम धरने से नहीं उठाएंगे ।

इस मामले में इस मामले में सदर कोतवाली प्रभारी राजेश कुमार सिंह बताया कि एक दिन पहले का मामला था। जैसे ही पीड़ित के पिता बच्ची को लेकर आए थे, तो मैंने कहा कि एक मामले को देखकर आता हूं और विधि कार्यवाही की जाएगी। लेकिन वहां मौजूद प्रधान प्रतिनिधि मामले को तूल देते हुए सारे प्रधानों को बुलाकर धरने पर बैठ गए।

अब देखना है कि इस मामले में कैसे मामला शांत होता है। नाराज ग्राम प्रधान कार्यवाही के बाद ही मानते हैं या कार्यवाही होने के वैसे इस मामले में पीड़िता का मेडिकल कराकर विधि कार्यवाही की जा रही है। वहीं क्षेत्राधिकारी इस मामले को शांत करने में जुटे हुए हैं।