इंडो-इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल को मिली 1 करोड़ की किस्त, अब तेजी से होगा काम
माधोपुर गांव में बन रहा है इंडो इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल
8 अगस्त 2022 को किया गया था शिलान्यास
एक साल बाद मिली है पहली किश्त
अब तेजी से काम शुरू होने की है उम्मीद
चंदौली जिले के किसानों के लिए एक और खुशखबरी आ रही है। धानापुर ब्लॉक के माधोपुर में 15 दिनों के अंदर इंडो-इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल का निर्माण शुरू होने की उम्मीद एकबार फिर से जगी। इसके लिए शासन की ओर से कार्यदायी संस्था को पहली किस्त के रूप में एक करोड़ 78 लाख रुपये जारी करने की जानकारी मिली है। बताया जा रहा है कि इसे छह करोड़ की लागत से सात हेक्टेयर में तैयार किया जाना है। यह सेंटर इंडिया और इजराइल के सहयोग से चलेगा। यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की आधुनिक नर्सरी में रोगमुक्त संकर प्रजाति के सब्जियों के पौध के अलावा यहां पूर्वांचल के किसानों को प्रशिक्षण की भी सुविधा प्रदान की जाएगी।
आपको याद होगा कि चंदौली जिले के धानापुर विकासखंड के माधोपुर गांव में इंडो इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल का शिलान्यास 8 अगस्त 2022 को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया था। जिसके बाद से काम रूका हुआ था। अब सेंटर के निर्माण के लिए नामित उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ लि. (यूपीआरएनएसएस) को पहली किस्त भी जारी हो चुकी है। छह करोड़ में तैयार होने वाली नर्सरी में तीन करोड़ रुपये का सीविल कार्य किया जाएगा इसमें किसानों के लिए प्रशिक्षण भवन, ठहरने के लिए आधुनिक सुविधायुक्त आवास सहित कई सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
सब्जी की नर्सरी पर होगा फोकस
यहां पर छह में से करीब तीन करोड़ रुपये में तैयार होने वाले एक्सीलेंस सेंटर में रोग मुक्त संकर प्रजाति की दस लाख से अधिक सब्जियों के पौध तैयार किए जाएंगे। अत्याधुनिक तकनीकी के जरिए कई प्राकर सके सब्जियों के बीज भी तैयार किया जाएगा। बीज और पौध किसानों को सस्ते कीमत पर उपलब्ध होगा। किसानों को बीज के साथ ही प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
जिला उद्यान अधिकारी शीतल प्रसाद वर्मा ने कहा कि नर्सरी को पूर्ण रूप से ग्रीन नर्सरी के तौर विकसित किया जाएगा। यहां 25 केवी का सोलर पैनल भी लगेगा। जिससे नर्सरी बिजली पूर्ति की जाएगी। नर्सरी के निर्माण को लेकर काम लगभग सभी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जल्द ही निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। कार्यदायी संस्था को पहली किस्त मिल चुकी है।