चंदौली को पांडेयजी ने दिया एक और तोहफा, नए साल में मिला Indo-Israel एक्सीलेंस सेंटर

डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय के प्रयास से एक और बड़ी परियोजना की शुरुआत होने जा रही है। चंदौली जिले में जल्द ही इंडो इजराइल उत्कृष्टता केंद्र (एक्सीलेंस सेंटर) का निर्माण 10 करोड़ की लागत से सकलडीहा तहसील के माधोपुर गांव स्थित जमीन पर होने जा रहा है।
 
इंडो इजराइल उत्कृष्टता केंद्र से बदलेगी चंदौली के किसानों की तकदीर, ऐसा है कैबिनेट मंत्री का दावा, कई जिलों को मिलेगा इसका लाभ

चंदौली जिले में डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय के प्रयास से एक और बड़ी परियोजना की शुरुआत होने जा रही है। चंदौली जिले में जल्द ही इंडो इजराइल उत्कृष्टता केंद्र (एक्सीलेंस सेंटर) का निर्माण 10 करोड़ की लागत से सकलडीहा तहसील के माधोपुर गांव स्थित जमीन पर होने जा रहा है। इस बात की जानकारी चंदौली जिले के सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय के हवाले से जारी की गई है और बताया जा रहा है कि इससे चंदौली जिले का कायाकल्प होगा।

 आपको बता दें कि चंदौली जिले के सांसद और केंद्र सरकार में भारी उद्योग मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र चंदौली में विकास कार्यों की श्रृंखला में एक के बाद एक नए उपहार देने की पहल जारी है। नए साल में इस योजना को मंजूर करवा कर चंदौली जिले को एक नया तोहफा दिया है।

10 करोड़ की लागत से बनेगा केन्द्र

चंदौली जिले को कृषि प्रधान जिला माना जाता है और अब इस जिले को इंडो इजरायल एक्सीलेंस सेंटर मिलने जा रहा है, जहां पर कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम की शुरुआत होगी। इस एक्सीलेंस सेंटर का निर्माण सकलडीहा तहसील के माधोपुर गांव में राजकीय संतति उद्यान की 10 हेक्टेयर भूमि पर लगभग 10 करोड़ की लागत से बनाने की बात कही जा रही है। इसकी स्वीकृति 30 दिसंबर 2021 को सरकार से मिल गई है।

आपको बता दें कि चंदौली जिले को धान का कटोरा कहा जाता है और यहां पर खेती बारी की अपार संभावनाएं हैं। अभी हाल ही में चंदौली जिले में काला धान का उत्पादन करके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनायी है। अग्रणी उत्पादक के रूप में अपनी पहचान बनाकर इनाम भी हासिल किया है।

7 करोड़ 45 लाख रुपए अवमुक्त

कहा जा रहा है कि भारत सरकार ने इसके लिए 7 करोड़ 45 लाख रुपए अवमुक्त कर दिए हैं। इस सेंटर पर किसानों को प्रशिक्षित करने की नवीन तकनीक और कम लागत में अधिकतम उत्पादन करने की कला सिखाई जाएगी। कहा जा रहा है कि इससे न सिर्फ चंदौली बल्कि आसपास के जिले जैसे वाराणसी, गाजीपुर, मिर्जापुर और बिहार के समीपवर्ती जिलों के साथ-साथ पूर्वांचल के अनेक जिलों को लाभ होगा। यह केंद्र उत्तर प्रदेश का अपने आप में अनोखा सेंटर होगा। ऐसा ही एक और सेंटर कौशांबी जिले में खुलने वाला है।

देश में 24 Indo-Israel एक्सीलेंस सेंटर

 आपको बता दें कि इस तरह के दो-दो सेंटर कर्नाटक और हरियाणा में विगत 2 वर्षों से सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं और Indo-Israel एक्सीलेंस सेंटर के रूप में पूरे भारतवर्ष में अब तक कुल 24 सेंटर कार्य कर रहे हैं। इसके लिए उत्तर प्रदेश में दो सेंटर स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से एक चंदौली जिले में खोला जाएगा, जिससे चंदौली के किसानों की तकदीर बदलने की उम्मीद है।

 सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस परियोजना के अंतर्गत भूमि के भूमि विकास, हाईटेक नर्सरी, पॉली हाउस निर्माण, प्रशिक्षण केंद्र, सोलर पावर स्टेशन आदि का निर्माण कराया जाएगा।

इस केंद्र से प्रशिक्षित होकर किसान अपने अपने इलाकों में काम करने के लिए जाएंगे और उन्नतशील सब्जियों और फसलों का उत्पादन करके अपनी कई गुना बढ़ा सकते हैं। इससे न सिर्फ रोजगार की समस्या का समाधान होगा, बल्कि किसान की आमदनी भी बढ़ेगी।

 इस खबर की जिले में जैसे ही पुष्टि हुई और इसकी जानकारी का प्रचार प्रसार हुआ लोगों ने इसके लिए चंदौली जिले के सांसद और कैबिनेट मंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह कार्य पांडेय जी की कमर्ठता और चंदौली के प्रति समर्पण का नतीजा है।