भाजपा विधायक होता तो सकलडीहा के किसानों को मिलता पानी, झेल रहे हैं हराने का दर्द
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चंदौली जनपद के सकलडीहा विधानसभा में भाजपा का विधायक नहीं जीतने के कारण सकलडीहा क्षेत्र के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। यहां के किसान नहर में पानी के लिए प्रतिवर्ष धान की रोपाई के समय नाकों चने चबाते हैं।
 

सत्तापक्ष का विधायक न होने का दंश झेल रहे सकलडीहा के लोग

नहर में पानी नहीं मिलने से टूट रहा धैर्य

सपा विधायक भी बने रहते हैं उदासीन

विधायक की बात भी नहीं सुनते हैं अफसर

 

चंदौली जनपद के सकलडीहा विधानसभा में भाजपा का विधायक नहीं जीतने के कारण सकलडीहा क्षेत्र के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। यहां के किसान नहर में पानी के लिए प्रतिवर्ष धान की रोपाई के समय नाकों चने चबाते हैं। इस साल भी बारिश नहीं होने के कारण सकलडीहा तथा दरियापुर माइनर में पानी 15 जुलाई से ही बंद कर दिया गया है, जिससे किसानों के खेत एवं बीज तथा रोपे गए फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई है।


नहर में पानी नही आने से जहां किसानों की रोपाई प्रभावित हो रही है। वहीं डाले गए बीज एवं रोपे गए फसल भी सूखने की स्थिति में पहुंच गई है।सबसे बड़ी बात है कि सकलडीहा नहर व दरियापुर माइनर में पानी नारायणपुर पंप कैनाल से आता है। नारायणपुर पंप कैनाल का अधिकतर पानी अपने प्रभाव से सैयदराजा के भाजपा विधायक सुशील सिंह अपने क्षेत्र में ले जाते हैं, जिसका परिणाम है कि सकलडिया नहर एवं दरियापुर माइनर के लोगों को पानी टेल तक नहीं पहुंच पाता है और लोग दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। 


इसके पहले लोग पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय से भी गुहार लगाकर पानी छुड़वाने का काम करते थे, लेकिन उनके हारने के बाद अब सकलडीहा क्षेत्र के लोगों के लिए कोई भी नहर में पानी दिलाने वाला जनप्रतिनिधि नहीं दिख रहा है। दरियापुर माइनर के घरचित,  रतनपुरा, पदुमनाथपुर, तेनुअट,  चतुर्भुजपुर आदि गांव के किसान परेशान है। अब किसानों का धैर्य टूटता जा रहा है किसी भी समय आक्रोशित होकर नहर के पानी के लिए सड़क जाम करने को बाध्य हो सकते हैं।


जब नहर में पानी के संबंध में पूछा जाता है तो मूसाखाड़ के एसडीओ बताते हैं जेई से बात करिए, जब जेई से बात की जाती है तो कहते है कि अभी नरवन क्षेत्र में पानी जा रहा है। जब आदेश होगा तो पानी खुलेगा। कभी 23 का डेट, कभी 25 का डेट, कभी 27 का डेट जेई बताते हैं और नहर में पानी नहीं आ रहा है।  आखिर जनता किससे पानी के लिए गुहार लगाये, अब जनता आंदोलन के ही रास्ते को अपने को मजबूर हो रही है।