जिगना से गोसंदेपुर तक बनेगा पीपा पुल, 20 किलोमीटर की दूरी अब होगी सिर्फ एक किलोमीटर में पूरी
चंदौली और गाजीपुर को जोड़ेगा तीसरा पीपा पुल
छह माह में बनकर तैयार होगा पुल
125 से अधिक गांवों के लोगों को मिलेगा लाभ
15 से 20 किलोमीटर लंबी दूरी को कम करने की तैयारी
चंदौली जनपद के धानापुर ब्लाक स्थित गंगा नदी पर जिगना घाट से गाजीपुर जिले के गोसंदेपुर स्थित नागा बाबा मंदिर तक अब जल्द ही पीपा पुल बनने जा रहा है। इस पुल के निर्माण से अब तक 15 से 20 किलोमीटर लंबी दूरी मात्र एक किलोमीटर में पूरी की जा सकेगी। यह पुल चंदौली और गाजीपुर जनपद को जोड़ने वाला दूसरा अंतरजनपदीय पीपा पुल होगा, जबकि पूरे चंदौली जिले का यह तीसरा पीपा पुल होगा।
इस पुल के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD) की ओर से तैयार की गई 2.49 करोड़ रुपये की कार्ययोजना को शासन से मंजूरी मिल चुकी है। विभाग ने टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है और उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी छह माह के भीतर पुल बनकर तैयार हो जाएगा। पुल की कुल लंबाई लगभग एक किलोमीटर होगी।
वर्तमान में सैयदराजा विधानसभा के ग्रामीणों को गाजीपुर जिले के जमानिया या अन्य क्षेत्रों में जाने के लिए धानापुर के पास नगवा स्थित पीपा पुल का उपयोग करना पड़ता है। इससे लोगों को 15 से 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। लंबे समय से क्षेत्र के लोग जिगना घाट पर पीपा पुल बनाए जाने की मांग कर रहे थे।
भाजपा विधायक सुशील सिंह ने ग्रामीणों की इस मांग को संज्ञान में लेते हुए शासन स्तर पर प्रस्ताव भिजवाया। शासन से स्वीकृति मिलने के बाद अब यह पुल निर्माण के चरण में पहुंच गया है। विधायक ने कहा कि पुल बन जाने से सैयदराजा विधानसभा के विकास कार्यों में नई दिशा मिलेगी और ग्रामीणों की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान हो जाएगा।
पुल बन जाने से अमड़ा, कंदवा, कम्हरिया, बरिला, बरती, पई, सलेमपुर, डेढ़गांवा, कुसहा, सिकठा, एकोनी, पिपरदहा, एवती, जनीली, रैथा, सिसौड़ा, महुजी, वीरासराय सहित लगभग 125 गांवों के लोगों को गाजीपुर जिले के जमानिया, गोसंदेपुर और आसपास के क्षेत्रों में आने-जाने में सुविधा मिलेगी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बरसात के दौरान गंगा के जलस्तर बढ़ने से नाव चलाना मुश्किल हो जाता है, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब पीपा पुल के बन जाने से न सिर्फ आवागमन आसान होगा, बल्कि व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच भी सुलभ हो जाएगी।
ग्रामीणों ने कहा कि यह पुल दोनों जिलों के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। क्षेत्र के लोगों ने विधायक सुशील सिंह और शासन-प्रशासन का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने वर्षों से लंबित इस मांग को पूरा करने की दिशा में ठोस कदम उठाया है।