सम्पूर्ण समाधान दिवस में दी थी गलत रिपोर्ट, शिकायत के बाद कानूनगो सस्पेंड
जांच रिपोर्ट गलत देने पर कानूनगो पर गिरी गाज
तहसीलदार से जांच कराने के बाद डीएम ने किया निलंबित
वरासत में गलत रिपोर्ट देने और अफसरों को गुमराह करने का अरोप
चंदौली जिले में जांच रिपोर्ट गलत देने और अधिकारियों को गुमराह करने के आरोप में कानूनगो जितेन्द्र प्रताप सिंह को डीएम ने निलंबित कर दिया। बीते दिनो संपूर्ण समाधान दिवस पर डीएम से रामगढ़ कानूनगो के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसकी जांच डीएम ने तहसीलदार के माध्यम से कराया था।
आपको बता दें कि तहसील में आए दिनों राजस्व कर्मियों की मनमानी के कारण फरियादियों को वरासत, नामांतरण, पैमाइश सहित अन्य मामलों में सुबह शाम तहसील का चक्कर काटना पड़ता है। यही नहीं ऑनलाइन आवेदन करने के बाद भी पोर्टल पर गलत रिपोर्ट देकर निरस्त कर दिया जाता है। बीते शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस पर नौदर गांव के एक फरियादी ने वरासत के लिए ऑनलाइन आवेदन पोर्टल पर किया था। जिसपर लेखपाल ने अविवादित करते हुए आख्या राजस्व निरीक्षक कानूनगो के पोर्टल पर प्रेषित कर दिया था।
बताते चलें कि उक्त आवेदन को विवादित कर तहसीलदार के न्यायालय में प्रेषित कर दिया गया। इसके साथ ही जांच आंख्या में गाटा शून्य होने के कारण आवेदन को निरस्त कर दिया गया। जबकि नौदर की खतौनी में गाटा संख्या विभिन्न आराजी में हिस्सा शून्य अंकित नहीं था। तहसीलदार की जांच में पदीय दायित्वों और कर्तव्यों के विपरीत वरासत में गलत रिपोर्ट प्रस्तुत करने और अधिकारियों को गुमराह करने पर डीएम ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके पूर्व में एसडीएम ने दो लेखपालों को सरकारी भूमि पर कब्जा दिलाने के मामले में निलंबित किया था।
बता दें कि अधिकारियों की लगातार सख्ती से राजस्व कर्मियों में हड़कंप मचा है। एसडीएम अनुपम मिश्रा ने बताया कि फरियादी की शिकायत पर जिलाधिकारी ने कानूनगो को निलंबित कर दिया है। अब राजस्व कर्मियों की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी, जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।