अबकी बार चंदौली में डिप्टी SP  बनकर आ गए अनिरुद्ध सिंह, कल ही किया ज्वाइन  

चंदौली जिले में एक तेजतर्रार पुलिस उपाधीक्षक के रूप में एक ऐसे पुलिस अधिकारी की तैनाती हो गयी है, जो चंदौली जिले के चप्पे-चप्पे से वाकिफ है।
 

चंदौली में डिप्टी SP  बनकर आ गए अनिरुद्ध सिंह

चंदौली जिले में आए नए पुलिस अधीक्षक 

चंदौली जिले में एक तेजतर्रार पुलिस उपाधीक्षक के रूप में एक ऐसे पुलिस अधिकारी की तैनाती हो गयी है, जो चंदौली जिले के चप्पे-चप्पे से वाकिफ है। ये पुलिस अफसर के रूप में चंदौली जिले में उप निरीक्षक  और निरीक्षक के रूप में चंदौली जिले के विभिन्न थानों और कोतवाली में तैनात रह चुके हैं। इसके साथ ही साथ एसओजी टीम प्रभारी के रूप में चंदौली जिले के सबसे बड़े इनामी नक्सली को भी मारने का कारनामा दिखा चुके हैं।  

चंदौली जिले में तैनात किए गए नए पुलिस उपाधीक्षक का नाम अनिरुद्ध सिंह है अनिरुद्ध सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस के तेजतर्रार पुलिस अफसरों में गिने जाते हैं यह पुलिस महकमे के साथ-साथ टॉलीवुड और बॉलीवुड में भी अपना तहलका  मचा चुके हैं। चंदौली जिले के अंदर कई सालों तक काम करने वाले अनिरुद्ध सिंह थाना प्रभारी अलीनगर, थाना प्रभारी बलुआ, थाना प्रभारी सैयदराजा और इंस्पेक्टर चंदौली व मुगलसराय के रूप में काम करते हुए अपने दमदार और रूतबेदार छबि को पेश कर चुके हैं।  

अनिरुद्ध सिंह अपने काम के दम पर पुलिस महकमे में आउट आफ टर्न प्रमोशन पाकर पहले इंस्पेक्टर बने और अब पुलिस उपाधीक्षक बनकर प्रदेश पुलिस को सेवा दे रहे हैं। चंदौली जिले में तैनात इससे पहले अनिरुद्ध सिंह बदायूं जिले में डिप्टी एसपी के पद पर तैनात थे। बदायूं जिले में उन्होंने कई ऐसे काम किए जिनकी चर्चा पूरे प्रदेश में होती रही है। एक बार फिर चंदौली जिले में  भी उनके आगमन की चर्चा से पुलिस महकमे में तरह-तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं।                  

आपको बता दें कि 2001 बैच के सब इंस्पेक्टर के रूप में तैनात अनिरुद्ध सिंह 2005 में पड़ोसी जनपद वाराणसी में ट्रक लूटकर भाग रहे कल्लू चौरसिया गैंग के तीन बदमाशों के एनकाउंटर के दौरान चर्चा में आए थे और उसके बाद फिर वह हमेशा अपने साहसिक कार्यों के लिए चर्चा में बने रहे।

अनिरुद्ध सिंह की चंदौली जनपद में पहली पोस्टिंग 2007 में हुई थी और इन्हें थाना अध्यक्ष बलुआ थाना अध्यक्ष अलीनगर और उसके बाद थानाध्यक्ष सैयदराजा के रूप में कार्य करने का मौका मिला। इस दौरान वह एसओजी प्रभारी के रूप में भी कई महीनों तक काम किया और संजय कोल जैसे शातिर नक्सली को मार गिराया। संजय कौल के ऊपर उस समय उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से ₹100000 का इनाम रखा गया था।  

 आपको बता दें कि इसके बाद इनको आउट आफ टर्न प्रमोशन मिला और 2010 में इंस्पेक्टर बन गए। इंस्पेक्टर के रूप में कई जिलों में तैनाती के बाद 2014 में एक बार फिर वह चंदौली जिले में आए और पहले चंदौली कोतवाली और उसके बाद मुगलसराय कोतवाली के कोतवाल के रूप में उन्होंने कार्य किया है। इसके बाद 2019 में उनको विभाग में अच्छे कार्य के चलते एक बार फिर प्रमोशन मिला और वह पुलिस क्षेत्राधिकारी बन गए। पुलिस क्षेत्राधिकारी के रूप में उनकी पहली पोस्टिंग 2019 में सीबीसीआईडी बनारस में हो गई। इसके बाद उन्हें बदायूं जिले में पुलिस उपाधीक्षक बना दिया गया। वहां की सर्किल में बेहतरीन कार्य करने के बाद अनिरुद्ध सिंह चंदौली जिले में गुरुवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर चुके हैं।