जानिए  बगहीं गांव में कम्युनिस्ट पार्टी के नेता रोहित राय के बारे, कल 8 घंटे तक NIA की थी छानबीन

स्थानीय लोगों से मिली जानकारी में बताया जा रहा है कि करीब 8 घंटे तक उसके घर पर जांच पड़ताल की कार्रवाई चली और रोहित के कमरे तथा उससे संबंधित कई जरूरी कागजातों की तलाशी लेकर पुलिस टीम रवाना हो गई।
 

सैयदराजा इलाके में राष्ट्रीय जांच एजेंसी का छापा

बगहीं गांव में कम्युनिस्ट पार्टी के नेता रोहित राय के घर पर छापेमारी

3 महीने से बिहार के औरंगाबाद जेल में बंद रोहित राय

सरकार विरोधी गतिविधियों में है शामिल


 

चंदौली जिले के सैयदराजा इलाके में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए)  की टीम ने मंगलवार की भोर से ही सैयदराजा थाना क्षेत्र के बगहीं गांव में कम्युनिस्ट पार्टी के नेता रोहित राय के घर पर छापेमारी करते हुए सरकार विरोधी गतिविधियों में संयुक्त होने के मामले की जांच पड़ताल की। फिलहाल वह 3 महीने से बिहार के औरंगाबाद जेल में बंद है।

स्थानीय लोगों से मिली जानकारी में बताया जा रहा है कि करीब 8 घंटे तक उसके घर पर जांच पड़ताल की कार्रवाई चली और रोहित के कमरे तथा उससे संबंधित कई जरूरी कागजातों की तलाशी लेकर पुलिस टीम रवाना हो गई। इस दौरान उनके साथ यूपी व बिहार पुलिस के जवान भी मौजूद रहे।

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बिहार से बगहीं गांव में आए थे रहने
 जानकारी में बताया जा रहा है कि बिहार प्रांत के भभुआ जिले के दुर्गावती थाना क्षेत्र के बिठवर गांव के मूल निवासी बच्चा राय के बाबा झूरी राय को बगहीं गांव में नवरसा की जमीन मिली थी। झूरी राय के बाद उनके बेटे मार्कंडेय राय ने अपने बेटे विकलांह बच्चा राय के साथ यहीं रहने लगे। बताया जा रहा है कि विकलांग बच्चा राय के पास दो बेटे हैं। उसमें बड़ा बेटा का नाम रोहित तथा दूसरे बेटे का नाम रितेश है। रितेश की शादी हो चुकी है और वह अपनी पत्नी सोनी राय के साथ प्रयागराज में रहता है और वह हाईकोर्ट में अधिवक्ता के रूप में काम करता है।

घर पर नहीं रहता रोहित
रोहित राय के बारे में बताया जा रहा है कि उसकी शादी नहीं हुई है। रोहित की मां उषा राय ने उसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वह लगभग 3 महीने पहले घर आया था। दो दिन रहने के बाद घर से चला गया। उसके बाद से वह शायद औरंगाबाद जेल में बंद है, क्योंकि उसके बारे में घर परिवार के लोगों में कोई जानकारी नहीं है।  मां ने कहा कि वह घर पर बहुत कम आता था और लगभग 3 महीने पहले वह आया था। इसके बाद जब से वह गया है तब से उसका कोई अता पता नहीं है।

 पुलिस के पहुंचने के बारे में मां ने जानकारी देते हुए बताया कि एनआईए की टीम लगभग 4 बजे भोर में उनके घर पर पहुंची। दरवाजा खटखटाने  के बाद जब वह गेट खोले तो वे लोग घर में जांच पड़ताल करने के नाम पर अंदर घुस गए। इसके बाद रोहित के कमरे की चाबी मांगी और कमरे में करीब 8 घंटे तक छानबीन की। इसके बाद उसमें रखे कागजात और अन्य सामान लेकर चले गए।