अब रंगों से पहचानिए अपने गांव में लगे ट्रांसफॉर्मर की क्वालिटी, कितना है टिकाऊ
 

बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी गर्मी में उपभोक्ताओं को किसी तरह का बिजली संकट का सामना न करना पड़े इसके लिए बिजली विभाग के अभियंताओं ने ट्रांसफॉर्मर की कील-कांटी के साथ-साथ अन्य सुविधाओं को दुरूस्त करना शुरू कर दिया है। 
 

बिजली उपभोक्ताओं के लिए पहल

बिजली की समस्या दूर करना है प्राथमिकता

बिजली विभाग हरा-पीला-नांरगी-लाल रंग लगाकर देगा ट्रांसफॉर्मर  

 

चंदौली जिले में बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी गर्मी में उपभोक्ताओं को किसी तरह का बिजली संकट का सामना न करना पड़े इसके लिए बिजली विभाग के अभियंताओं ने ट्रांसफॉर्मर की कील-कांटी के साथ-साथ अन्य सुविधाओं को दुरूस्त करना शुरू कर दिया है।

 
बताते चलें कि इस वर्ष गर्मी में उपभोक्ताओं को होने वाली बिजली की समस्या को देखते हुए जहां ट्रांसफार्मरों की लोड बैलेसिंग, अर्थिन, फ्यूज सेट, एलटी व एचटी लाइन प्रोटेक्शन चेक करना शुरू कर दिया गया है। वहीं ट्रांसफार्मर न जले और अगर कोई ट्रांसफार्मर किन्हीं कारणों से जल भी जाए तो वह कितनी बार जला है इसकी जानकारी के लिए जले हुए ट्रांसफार्मरों की कलर कोडिंग कराई जाएगी।


इस सम्बंध में वाराणसी जोन-2 के चीफ इंजीनियर मुकेश गर्ग ने बताया कि पहली बार ट्रांसफार्मर रिपेयरिंग पर हरा रंग, दूसरी बार में पीला, तीसरी बार में नारंगी और चौथी बार में लाल रंग चढ़ाया जाएगा। इससे ट्रांसफार्मर की क्वालिटी का पता चल जाएगा और उसकी मरम्मत भी उसी हिसाब से की जाएगी।