प्रेमी को गर्भवती प्रेमिका से मंदिर में करनी पड़ी शादी, जानिए कैसे माने दोनों परिवार के लोग
चकरघट्टा थाना क्षेत्र का मामला
प्रेमी ने खतरे को भांपकर शादी करने के लिए भरी हामी
पंचायत के फैसले के बाद मजबूर हो गए प्रेमी के परिवार के लोग
गर्भवती प्रेमिका की मंदिर में शादी बनी चर्चा का विषय
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में चकरघट्टा थाना क्षेत्र के एक गांव में प्रेम कहानी ने ऐसा मोड़ लिया, जो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगा। एक युवक और युवती का प्रेम प्रसंग तब उजागर हुआ, जब युवती के गर्भवती होने की बात सामने आई। परिजनों के आक्रोश और समाज की नजरों से बचने के लिए युवती को सीधा प्रेमी के घर भेज दिया गया। इसके बाद मामला इतना गर्माया कि पंचायत में दोनों का शादी कराने का फैसला लिया गया।
बताया जा रहा है कि अमरा भगवती मंदिर के पास शुक्रवार को सुबह से ही गहमागहमी का माहौल था। शादी में दोनों पक्षों के रिश्तेदार, इकट्ठा हुए थे। पंचायत ने यह तय किया कि दोनों की शादी तुरंत मंदिर में कराई जाएगी। यह खबर आग की तरह फैली और लोग उत्सुकता से नतीजे का इंतजार करने लगे।
ड्रामे ने पकड़ा नया मोड़
अमरा भगवती मंदिर के बाहर जब शादी की तैयारियां जोरों पर थीं, तभी लड़के के पिता ने अचानक बखेड़ा खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा, "पहले गर्भपात होगा, फिर शादी!" यह सुनते ही लड़की के परिजनों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। अफवाहें फैलने लगीं कि शादी टूट सकती है। लड़की के परिजनों ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा, "अगर शादी नहीं हुई, तो इसका अंजाम बुरा होगा।"
प्रेमी ने निभाई जिम्मेदारी
लड़के ने इस तनाव भरे माहौल में समझदारी दिखाई और अपने पिता के विरोध को दरकिनार करते हुए शादी के लिए हामी भर दी। इसके बाद दोनों को मंदिर ले जाया गया, जहां ग्रामीणों के सामने सिंदूरदान और माला पहनाकर शादी की रस्में पूरी कराई गईं। कुछ लोग इसे प्यार की जीत बता रहे हैं, तो कुछ इसे सामाजिक दबाव का नतीजा। पंचायत की सक्रियता और नाटकीय घटनाक्रम ने इसे यादगार बना दिया।
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे प्रेम, परिवार और सामाजिक दबाव के बीच संतुलन बनाना आसान नहीं होता। लेकिन आखिरकार, इस अनोखी शादी ने सभी को अपनी ओर आकर्षित कर लिया।