भारत माला प्रोजेक्ट के नाम पर रेवसां गांव के किसानों को छल रही है योगी-मोदी सरकार, मुआवजे के नाम रो रहे किसान
 

इस दौरान मनोज सिंह डब्लू ने जिला प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार केवल बड़े-बड़े वादे करती है। विकास के नाम पर किसानों को भूमिहीन बनाने व उन्हें छलने का काम किया जा रहा है।
 

जिस गांव में  2012 में मिला था 14 से 16 लाख मुआवजा

उसी गांव में अब दे रहे  केवल 3.57 लाख रुपए

27 जनवरी जिलाधिकारी से मिलकर शुरू करेंगे आरपार की लड़ाई

चंदौली जिले के समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता व सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू गुरुवार को रेवसां गांव के दौरे पर रहे। इस दौरान किसानों ने मुआवजे के नाम पर जिला प्रशासन द्वारा छले जाने की शिकायत की और बताया कि जिस जमीन का वर्ष 2012 में  मुआवजा 14 से 16 लाख रुपये मिला था, वहीं अब उसी जमीन का मुआवजा इस समय जिला प्रशासन केवल 3.57 लाख रुपये दे रहा है।

लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रकरण को लेकर सांसद डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय, डीएम व एडीएम चंदौली को भी अवगत कराया गया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस पर पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने एडीएम चंदौली अभय पांडेय के समक्ष किसानों की समस्या को रखा और उनके निराकरण की आवश्यकता बताई। एडीएम ने जिलाधिकारी स्तर पर समस्या के समाधान की बात कही।

इस दौरान मनोज सिंह डब्लू ने जिला प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार केवल बड़े-बड़े वादे करती है। विकास के नाम पर किसानों को भूमिहीन बनाने व उन्हें छलने का काम किया जा रहा है।

सपा नेता ने बताया कि रेवसां में नेशनल हाइवे व रिंग रोड निर्माण के दौरान किसानों को जिस जमीन का 16 लाख रुपये मुआवजा मिल चुका है। वर्तमान में भारत माला रोड के निर्माण के लिए अधिग्रहित की जा रही जमीन के बदले जिला प्रशासन 3.57 लाख रुपये मुआवजा दे रही है। इस दौरान आरोप लगाया कि सरकार व जिला प्रशासन भूमि अधिग्रहण कानून का पालन करने की बजाय किसानों को छलने का काम कर रही है। यह सीधे तौर पर किसानों का शोषण व दमन है। जिले से बनने वाली भारत माला सड़क निर्माण के नाम पर किसानों का उत्पीड़न व शोषण किसी भी हाल में नहीं होने दिया जाएगा। इस प्रकरण को लेकर 27 जनवरी को डीएम चंदौली से मुलाकात कर किसानों की समस्या रखी जाएगी और मामले में आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी।

  बताया कि मुआवजे की समस्या को लेकर प्रभावित किसान आगे आने वाले दिनों में सांसद व केंद्रीय मंत्री डा.महेन्द्रनाथ पांडेय से मिलकर अपनी समस्या को रखने का काम करेंगे। जरूरत पड़ी तो उनका घेराव कर किसान अपनी समस्याओं को रखेंगे, क्योंकि धरना-प्रदर्शन व जिला प्रशासन से मुलाकात कर समस्या का समाधान की उम्मीदें अब नहीं रही हैं।