बी-पैक्स केंद्र कांटा और बबुरी में लाखों का घोटाला, धान व गेहूं की खरीद में 19 लाख रुपये का गबन

दोनों केंद्रों ने धान और गेहूं खरीद का जो भुगतान किया उसका लेखा- जोखा पीसीएफ को आज तक उपलब्ध नहीं कराया गया। ये अधिकारी शासन की स्थानांतरण नीति के उलट पिछले कई वर्षों से जिले में तैनात हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
 

पीसीएफ के प्रबंध निदेशक संजय कुमार के निर्देश हो रही जांच

क्षेत्रीय सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक करेंगे जांच

15 दिन के भीतर दो सदस्यीय जांच कमेटी देगी रिपोर्ट

चंदौली जिले में बी पैक्स केंद्र कांटा और बबुरी में धान व गेहूं की खरीद में 19 लाख रुपये गबन का आरोप लगा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग के प्रबंध निदेशक संजय कुमार के निर्देश पर क्षेत्रीय सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक ने दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी गयी है, जो अगले 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराएगी।

आपको बता दें कि बरुइन जमानियां के विकास सिंह और डोडापुर चकिया के शेषनाथ पांडेय ने बी पैक्स कांटा और बबुरी के अधिकारियों और सचिव पर वर्ष 2020-21 में धान और गेहूं की खरीद में 19 लाख रुपये गबन का आरोप लगाते हुए प्रबंध निदेशक पीसीएफ से शिकायत की थी।

आरोप है कि जिले में विगत नौ वर्षों से तैनात सहायक विकास अधिकारी सहकारिता धर्मेंद्र सिंह, पांच साल से जमे अपर जिला सहकारी अधिकारी विनोद पांडेय,  कृषक सेवा सहकारी लिमिटेड कांटा के सचिव अमरेश तिवारी और क्षेत्रीय सहकारी समिति बबुरी के रामजनम पाठक ने धान और गेहूं की खरीद में 19 लाख का गबन किया है। इन सभी लोगों पर तमाम तरीके से अनियमितता करने का आरोप लगाया गया है।

दोनों केंद्रों ने धान और गेहूं खरीद का जो भुगतान किया उसका लेखा- जोखा पीसीएफ को आज तक उपलब्ध नहीं कराया गया। ये अधिकारी शासन की स्थानांतरण नीति के उलट पिछले कई वर्षों से जिले में तैनात हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इसी शिकायत के आधार पर दो सदस्यीय जांच टीम गठित की गई है जो 15 दिन के भीतर अपनी जांच पूरी कर उच्चाधिकारियों को आख्या प्रेषित करेगी।


इस सम्बन्ध में एआर कोऑपरेटिव अजय कुमार मौर्य ने बताया कि मामले की जांच के लिए प्रबंध निदेशक ने समिति गठित की है। 15 दिनों के भीतर जांच करके रिपोर्ट दे दी जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके उपर जरूर कार्रवाई होगी।