‘ब्लू इकोनॉमी’ को मजबूती देने की कोशिश, मत्स्य व्यवसाय के लिए बनेगा एक ‘मॉडल हब’

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग और मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं भी उपस्थित रहे। उन्होंने मत्स्यपालकों की समस्याओं को सुना और समाधान का भरोसा दिलाया।
 

चंदौली में निर्माणाधीन मत्स्य मंडी का निरीक्षण कर दिए निर्देश

मछली व्यवसाय को मिलेगा नया आयाम

इस तरह की आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी मंडी

उत्तर प्रदेश सरकार ‘ब्लू इकोनॉमी’ को सशक्त बनाने की दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है। इसी क्रम में मंगलवार को राज्य के मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद और प्रमुख सचिव, मत्स्य अमित कुमार घोष ने चंदौली जिले की नवीन मंडी परिषद स्थित निर्माणाधीन मत्स्य मंडी का स्थलीय निरीक्षण किया।

आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी मंडी
निरीक्षण के दौरान मंत्री ने संबंधित अधिकारियों और निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिया कि मंडी को सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त किया जाए। इसमें आइस प्लांट, आइस सप्लाई, कोल्ड चेन, स्वच्छता, जल निकासी और विपणन सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार पर विकसित करने को कहा गया।

मछली व्यवसाय को मिलेगा नया आयाम
डॉ. निषाद ने कहा कि यह मंडी मत्स्य व्यवसाय के लिए ‘मॉडल हब’ के रूप में विकसित की जाएगी। इससे न केवल मत्स्यपालकों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि उन्हें बाजार में बेहतर दाम भी मिल सकेंगे। उन्होंने मत्स्य पालकों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और सरकारी योजनाओं की जानकारी भी दी।

प्रशासन ने दिया भरोसा
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग और मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं भी उपस्थित रहे। उन्होंने मत्स्यपालकों की समस्याओं को सुना और समाधान का भरोसा दिलाया। दुकानों के आवंटन को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्रक्रियाएं पारदर्शिता के साथ पूरी की जाएंगी।

नीतिगत संकल्प और विकास की दिशा में बड़ा कदम
इस निरीक्षण को न केवल निर्माणाधीन परियोजना की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की पहल के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि यह सरकार की ‘ब्लू इकोनॉमी’ को मजबूती देने की नीतिगत प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मत्स्यपालक, विभागीय अधिकारी और कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।