संजय निषाद ने चंदौली में बाढ़ पीड़ितों को बांटकर बाढ़ पीड़ितों से की मुलाकात, करने लगे मोदी-योगी की तारीफ  
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संजय निषाद ने अपनी बातचीत में विपक्षी दलों पर निषाद समाज की लंबे समय से चली आ रही उपेक्षा का आरोप लगाया।
 

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद का चंदौली दौरा

चंदौली में बाढ़ पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

कांग्रेस-सपा समेत पूरे विपक्ष पर साधा निशाना

उत्तर प्रदेश सरकार में मत्स्य मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने शनिवार को चंदौली जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की। राहत कार्य के दौरान, मंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और कई राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी।

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मंत्री ने सकलडीहा तहसील के नादी निधौरा गांव और सदर तहसील के बबुरी में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने राहत सामग्री बांटकर लोगों का दुख-दर्द साझा किया और उन्हें सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। राहत कार्यों के बाद, मीडिया से बातचीत में उन्होंने विपक्ष को "आईना" दिखाते हुए कई तीखे सवाल उठाए।

मोदी की प्रशंसा और विपक्षी दलों पर हमला
जब उनसे विपक्षी दलों द्वारा दिए जा रहे "वोट चोर गद्दी छोड़" के नारे के बारे में पूछा गया, तो मंत्री निषाद ने इसे विपक्ष के संस्कारों की कमी बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा, "मोदी देश और दुनिया की शान हैं।" उन्होंने प्रधानमंत्री को गिरती अर्थव्यवस्था को संभालने और विश्व पटल पर भारत को एक नई पहचान दिलाने वाले नेता के रूप में प्रस्तुत किया। मंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष मोदी से सीधे लड़ने में असफल हो गया है, और इसी निराशा में अब वे चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं से लड़ने लगे हैं।

अखिलेश यादव के बयान पर दिया करारा जवाब
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा यह कहे जाने पर कि संजय निषाद का नाम लेने से उनकी वैल्यू नहीं बढ़ेगी, मत्स्य मंत्री ने भी उन्हें उसी अंदाज में जवाब दिया। निषाद ने कहा कि उनका नाम लेने या न लेने से उनकी वैल्यू न तो बढ़ने वाली है और न घटने वाली है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी और उनके समाज की असली पहचान और वैल्यू "जय निषाद राज" के नारे से है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौ बार मंच से "जय निषाद राज" का नारा लगाया है, जो उनके समाज के लिए सम्मान की बात है।

ओमप्रकाश राजभर के घर पर तोड़फोड़ की निंदा
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के घर पर हाल ही में हुई तोड़फोड़ की घटना पर संजय निषाद ने गहरी चिंता जताई। उन्होंने राजभर को अपना "बड़े भाई" बताते हुए कहा कि वह हमेशा से गरीबों और वंचितों के लिए आवाज उठाते रहे हैं। निषाद ने इस घटना की निंदा करते हुए मांग की कि लाठीचार्ज करने वाले और तोड़फोड़ करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

 

विपक्ष पर निषाद समाज की उपेक्षा का आरोप
संजय निषाद ने अपनी बातचीत में विपक्षी दलों पर निषाद समाज की लंबे समय से चली आ रही उपेक्षा का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "हाथी, साइकिल और पंजा" (क्रमशः बसपा, सपा और कांग्रेस) वाले राजनीतिक दल निषाद समाज के लोगों को "पउआ पिला कर झऊआ भर वोट" ले लेते थे, लेकिन समाज के विकास के लिए कुछ नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों ने हमेशा निषाद समाज को आगे बढ़ने से रोका और उन्हें केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया। उन्होंने दावा किया कि निषाद पार्टी अब अपने समाज के अधिकारों के लिए लड़ रही है और उसे उचित सम्मान और प्रतिनिधित्व दिला रही है।