मोंथा तूफान पीड़ितों के लिए किसान मोर्चा ने की मुआवजे की मांग, 30 रुपये प्रति एकड़ देने की अपील

जिलाधिकारी की अनुपस्थिति के कारण, किसान संगठनों ने यह ज्ञापन एडीएम न्यायिक को दिया। एडीएम ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाया जाएगा।
 

मोंथा तूफान से बर्बाद हुई है जिले में धान की फसलें

जिले के किसानों ने किया जिला पर प्रदर्शन

तीस हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा की मांग

किसानों के लिए तत्काल सर्वे की अपील

एडीएम न्यायिक को सौंपा ज्ञापन

मोंथा तूफान (चक्रवात) की आपदा के कारण जिन किसानों की धान की फसलें बर्बाद हो गई हैं, उनके लिए संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले बड़ा प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में किसान मजदूर संयुक्त यूनियन और किसान विकास मंच के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।


बर्बाद फसल पर तीस हजार प्रति एकड़ मुआवजा मिले

संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार से यह मांग की है कि जिन किसानों की धान की फसल बर्बाद हुई है, उन्हें तीस हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए। किसानों ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आपदा के कारण जिन खेतों में धान बर्बाद हो गया है, उनमें रबी की फसल भी होने की संभावना नहीं है।
बीमा रहित किसानों का तत्काल सर्वे कराओ

मोर्चा ने संयुक्त रूप से यह मांग भी रखी कि ऐसे बहुत से किसान हैं, जिन्होंने अपनी फसल का बीमा नहीं कराया है। उनकी लेटी हुई धान की बर्बाद फसल का तत्काल सर्वे कराया जाए और मुआवजा राशि तुरंत उपलब्ध कराई जाए।


एडीएम न्यायिक को ज्ञापन सौंपा गया

जिलाधिकारी की अनुपस्थिति के कारण, किसान संगठनों ने यह ज्ञापन एडीएम न्यायिक को दिया। एडीएम ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाया जाएगा।

इस कार्यक्रम में किसान मजदूर संयुक्त यूनियन से दीनानाथ श्रीवास्तव, और किसान विकास मंच की तरफ से राधेश्याम पांडेय, रतन सिंह, शेषनाथ यादव, राम अवध सिंह, पुष्प कुमार सिंह, पारस नाथ विश्वकर्मा, पिंटू पाल, सुजीत कुमार सिंह, बद्री यादव, बांके बिहारी सिंह, अखिलेश यादव सहित कई अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।