मुगलसराय चकिया सड़क चौड़ीकरण का मामला, जद में आ रहे कई मंदिर व मकान
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चंदौली जिले के गोधना चौराहे से लेवा रोड तक बनने वाली फोर लेन लगभग चौदह किलोमीटर की है। इस फोर लेन सड़क की जद में सबसे अधिक नियामताबाद गांव के मकान है।
 

सड़क चौड़ीकरण की जद में आ रहे हैं कई लोगों के मकान

मां काली का मंदिर भी हटवाने की जरूरत

ग्रामीणों ने सड़क की चौड़ाई और क्षतिपूर्ति की दर स्पष्ट करने की मांग

 तोड़े जाने वाले घरों के लिए चाहिए पर्याप्त मुआवजा

 

चंदौली जिले के गोधना चौराहे से लेवा रोड तक बनने वाली फोर लेन लगभग चौदह किलोमीटर की है। इस फोर लेन सड़क की जद में सबसे अधिक नियामताबाद गांव के मकान है। घरों के टूटने का भय ग्रामीणों को सता रहा है। लगभग 70 घर टूटने की संभावना है। इसके लिए लोगों ने सरकार से सड़क की वास्तविक चौड़ाई व मुआवजे की नीति सार्वजनिक करने की मांग की है, ताकि लोगों को सही तरीके से मुआवजा मिल सके। 

वहीं चौड़ीकरण में नियामताबाद का काली मंदिर के आ जाने से ग्रामीण नाराज हैं। उनका कहना है कि विभागीय अधिकारी स्पष्ट करें कि कहां तक सड़क निर्माण कार्य होगा और क्षतिपूर्ति किस दर से निर्धारित की जाएगी। ग्रामीणों ने सड़क की चौड़ाई और क्षतिपूर्ति की दर स्पष्ट करने की मांग उठाई है, ताकि किसी के साथ भेदभाव न हो सके। 


गांव के लोगों ने कहा कि यह सड़क काशी नरेश डॉ विभूति नारायण सिंह ने चकिया जाने के लिए बनवाई थी। बाद में राज्य सरकार की सड़क हो गई। वहीं अब फोरलेन बनाया जा रहा है, पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारियों ने सैकड़ों साल प्राचीन मंदिर का परिसर सहित मन्दिर पर निशान लगा दिया, यह अनुचित है। बिना गांव वालों की सहमति के ये काम नहीं किया जाना चाहिए। 


एक और ग्रामीण ने पूछा कि विभाग मुआवजा का निर्धारण कैसे कर रहा है। कहां पर कौन सा नियम लगाया जा रहा है.. यह बात सही-सही बताने से अधिकारी भाग रहे हैं। इसीलिए लोगों ने कहा कि मुआवजे की धनराशि को स्पष्ट किया जाए। 


वहीं गांव की महिला ने कहा कि मन्दिर परिसर को तोड़ने से मुक्त रखना चाहिए या फिर एक भव्य मंदिर बनवाकर उसकी प्राणप्रतिष्ठा करानी चाहिए। साथ ही साथ जिसका घर तोड़ा जा रहा है, उसको कम से कम इतना मुआवजा जरूर मिलना चाहिए, जिससे वह कहीं अन्यत्र जाकर अपना मकान बनवा सके।


आपको बता दें कि चंदौली जिले से चकिया की ओर जाने वाले लोगों के लिए जल्द ही फोरलेन की सड़क का निर्माण कराया जाने वाला है। उसके लिए 200 करोड़ रुपए लागत सड़क बनाई जाने का कार्य मंजूर हो गया है। इसके लिए काम करने वाली संस्था के रूप में छात्रशक्ति इंफ्रा लिमिटेड को चयनित किया गया है।


कहा जा रहा है कि राजमार्ग का निर्माण होने से अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों के सुगम राह उपलब्ध होगी। वाराणसी को भी जाम से निजात मिलेगी। चंदौली में भी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। सुगम यातायात से रोजगार का मार्ग भी प्रशस्त होगा। वहीं इसके बीच में औद्योगिक क्षेत्र भी विकसित किया जाएगा।