मुंडेश्वरी हॉस्पिटल पर फिर से छापा, अपने आप चल रहा था 6 माह पहले सीज अस्पताल
अवैध रूप से संचालित हो रहा था मुंडेश्वरी हॉस्पिटल
अस्पताल की एंबुलेंस को सीज किया गया
6 महीने पूर्व भी हुई थी मुंडेश्वरी हॉस्पिटल पर कार्रवाई
जगह बदलकर अवैध रूप से चल रहा था अस्पताल
चंदौली जिले में कई शातिर अस्पताल चलाने वाले हैं, जो एक जगह पर बंद अस्पताल को दूसरी जगह पर और दूसरे नाम से चलाने लगते हैं। एक ऐसा ही मामला चकिया इलाके में मिला है, जहां 6 माह पहले सील किए गए अस्पताल नई जगह पर चल रहा था। वहां पर शिकायत के बाद की गयी कार्रवाई में खड़ी हॉस्पिटल की एंबुलेंस को जब्तकर पुलिस के हवाले कर दिया।
चंदौली जिले के चकिया इलाके में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर शुक्रवार को प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. विकास सिन्हा के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नगर में संचालित मुंडेश्वरी हॉस्पिटल को सील कर दिया। ये कार्रवाई अवैध ढंग से संचालित निजी चिकित्सालयों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत की गई। इस दौरान हॉस्पिटल की एंबुलेंस को जब्तकर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
आपको बता दें कि मुंडेश्वरी हॉस्पिटल को छह माह पूर्व अवैध ढंग से संचालित पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग ने सील किया था। आरोप है कि इस कार्रवाई के बाद अस्पताल संचालक धर्मेंद्र कुमार स्थान बदलकर पास में ही दूसरे मकान में अस्पताल संचालित करने लगे। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई थी।
मामले में शिकायत के बाद जांच के लिए सीएमओ ने अधीनस्थ स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया था। इसी क्रम में शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. विकास सिन्हा के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मुंडेश्वरी हॉस्पिटल की जांच की। इसमें तमाम कमियों के साथ ही रजिस्ट्रेशन भी नहीं मिला। इस पर अस्पताल को सील कर दिया गया।
इस दौरान टीम ने वहां खड़ी हॉस्पिटल की एंबुलेंस को जब्तकर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके साथ ही मकान स्वामी को नोटिस जारी किया गया है कि कैसे उनके मकान में अवैध तरीके से अस्पताल चलाया जा रहा है।
इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर विकास सिन्हा ने कहा कि शिकायत के निस्तारण में निजी अस्पताल में कमियां मिलने पर कार्रवाई की गई है। जिसमें हॉस्पिटल को सीज करते हुए अस्पताल के एंबुलेंस को जब्तकर पुलिस के हवाले कर दिया गया है।