रामकिशुन के लिए टिकट मांग रहे मुस्लिम समुदाय के लोग, अखिलेश यादव से टिकट बदलने की मांग
सपा के कार्यकर्ताओं को रामकिशुन ने समझाया
बोले- पार्टी को भी देखना चाहिए कार्यकर्ता की निष्ठा
धन बल देखकर नहीं देने चाहिए टिकट
लोगों को समझाकर भेजा वापस घर
चंदौली जिले में लोकसभा टिकट को लेकर रामकिशुन यादव के पक्ष में लोग बड़ी संख्या में एकत्रित होकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और समाजवादी पार्टी के द्वारा बाहरी उम्मीदवार को टिकट दिया जाने का विरोध कर रहे हैं। शनिवार को एक बार फिर भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्रित होकर समाजवादी पार्टी के कार्यालय पहुंचे और पार्टी के आला कमान को टिकट वितरण को लेकर पुनर्विचार करने और रामकिशुन यादव को पार्टी का टिकट देने की मांग की। इस दौरान मौके पर पहुंचे रामकिशुन यादव ने लोगों को समझा बुझाकर घर वापस भेजा।
लोकसभा चुनाव में पूर्व सांसद रामकिशुन यादव को प्रत्याशी न बनाए जाने का विरोध क्षेत्र में लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को नगर स्थित सपा कार्यालय में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पूर्व सांसद रामकिशुन से मिलने पहुंचे। उन्होंने पूर्व सांसद को टिकट न दिए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से रामकिशुन यादव को टिकट देने की मांग की। पूर्व सांसद ने समुदाय के लोगों को समझा बुझाया और पार्टी के फैसले का सम्मान करने की बात समझायी।
शनिवार की दोपहर में नगर के पार्टी कार्यालय पर पहुंचे लोगों ने कहा कि हमें हमारे बीच रहने वाले हमारे सुख दुख में साथ देने वाला नेता चाहिए और वह नेता हमारा पूर्व सांसद रामकिशुन के अलावा कोई और नहीं है। उन्होंने कहा कि दस वर्षों से बिना किसी पद के भी हम लोगों के बीच दुख सुख में लगातार बने रहना आपकी ऊर्जा को जाहिर करता है।
कार्यालय पहुंचे लोगों ने कहा कि बाहरी व्यक्ति चुनाव लड़कर जीते चाहे हारे, वह दोबारा क्षेत्र में दिखाई नहीं देते। कहा कि यदि अखिलेश यादव अपना विचार बदलकर यदि आपको टिकट देते हैं तो पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ सपा को जिताने में जुटेंगे। इसके पहले क्षत्रिय समाज के लोगों ने भी पूर्व सांसद से मिलकर समर्थन दिया। कहा कि हम अखिलेश यादव से निवेदन करेंगे कि भाजपा को हराने के लिए पूर्व सांसद टिकट दें। पूर्व सांसद राम किशुन ने मिलने आए लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। कहा कि टिकट मिले या न मिले, मैं यहां के लोगों के साथ हूं। पार्टी को भी धन बल नहीं बल्कि कार्यकर्ता की निष्ठा देखनी चाहिए।
इस मौके पर अफजाल अहमद, शमीम सिद्दिकी, अयाज अहमद, दिलदार, शमीम खां, सेराजुद्दीन, मो. मुसरीन अंसारी, रियाजुद्दीन अंसारी मौजूद रहे।