पिछले 48 घंटे से बंद है नगवा पंप कैनाल, धान की रोपाई के लिए किसान परेशान      

चंदौली जिले के धानापुर में गंगा में लगा नगवा पंप कैनाल पिछले 48 घंटे से बंद है। धान की नर्सरी डालने से लेकर सिंचाई और धान की रोपाई के लिए किसान पानी के लिए परेशान हैं।
 

धान की नर्सरी डालने और सिंचाई के लिए किसान परेशान

कैसे होगी धान की रोपाई और पानी की व्यवस्था

किसानों ने की पंप कैनाल चालू करने और नहरों में पानी छोड़ने की मांग

चंदौली जिले के धानापुर में गंगा में लगा नगवा पंप कैनाल पिछले 48 घंटे से बंद है। धान की नर्सरी डालने से लेकर सिंचाई और धान की रोपाई के लिए किसान पानी के लिए परेशान हैं। मानसून की दस्तक के बाद बारिश हो रही है लेकिन अभी इतनी बारिश नहीं हो पाई है जिससे कि खेतों में रोपाई का काम शुरू हो सके। ऐसे में पंप कैनाल बंद होने से नहरों में पानी नहीं है। जिससे किसानों का खेती-बारी का काम प्रभावित हो रहा है। किसानों ने पंप कैनाल चालू करने और नहरों में पानी छोड़ने की मांग की है। 

वही लघु डाल के अधिशासी अभियंता सुनील कुमार का दावा है कि पम्प कैनाल किसानों के डिमांड के हिसाब से चलाया जा रहा है। भाकियू जिलाध्यक्ष शेषनाथ यादव ने नहर को पूरी क्षमता के साथ चलाए जाने की मांग किया है। नगवां पम्प कैनाल पर रायपुर, नरौली, बम्भनियांव  धानापुर, महमदपुर, मश्रिपूरा, पूरा चेता दूबे, पगहीं, नरहरपुर, अमादपुर, मेढवा, कोहड़ा, नगवां आदि अन्य गांव के सैकड़ों किसानों की खेती आश्रित है। फिलहाल धान की खेती के समय नहर के बंद होने से किसान मुश्किल में पड़ गए हैं। 


किसानों का कहना है कि मौसम की बेरुखी के कारण अब तक 20 प्रतिशत किसानों की ही धान की नर्सरी डल पाई है। 80 फीसदी किसान धान का बेहन अभी तक नहीं डाल पाए हैं। किसानों का कहना है कि नहर को पूरी क्षमता के साथ चलाने को लेकर उन्होंने विभागीय अफसरों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक से गुहार लगाई।


वही क्षेत्रीय किसानों ने डीएम का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए नहर को पूरी क्षमता से चलाने की मांग किया है। उधर अधिशासी अभियंता सुनील कुमार का कहना है कि पम्प कैनाल किसानों के डिमांड के हिसाब से चलाया जा रहा है।