बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज में ‘नेत्र ज्योति अभियान’, 2000 मरीजों को मुफ्त चश्मे का वितरण
 

यहां ‘नेत्र ज्योति अभियान’ के तहत अब तक 2000 से अधिक मरीजों को मुफ्त चश्मे दिए जा रहे हैं। यह अभियान 20 अगस्त 2025 को शुरू हुआ था और 20 सितंबर 2025 तक जारी रहेगा।
 

मेडिकल कॉलेज से बेहतर सुविधाएं देने का वादा

जिले में बढ़ रही है दूरदृष्टि और नजदीकी दृष्टिदोष  के मरीजों की संख्या

वाइस प्रिंसिपल डॉ. नैंसी पारुल ने सुविधाओं को बढ़ाने का किया दावा

चंदौली जिले के बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध पंडित कमलापति त्रिपाठी चिकित्सालय में नेत्र विभाग द्वारा एक सराहनीय पहल शुरू की गई है। यहां ‘नेत्र ज्योति अभियान’ के तहत अब तक 2000 से अधिक मरीजों को मुफ्त चश्मे दिए जा रहे हैं। यह अभियान 20 अगस्त 2025 को शुरू हुआ था और 20 सितंबर 2025 तक जारी रहेगा। इसका उद्देश्य जिले के गरीब और जरूरतमंद लोगों को बेहतर नेत्र चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करना है।

इस पहल के पीछे मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अमित कुमार सिंह की अगुवाई है। वे और वाइस प्रिंसिपल डॉ. नैंसी पारुल ने दावा किया है कि मेडिकल कॉलेज में मरीजों को जिला अस्पताल से भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। डॉ. नैंसी पारुल ने बताया कि अब तक 2000 मरीजों को नजदीक की नजर के लिए चश्मे दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब दूर और नजदीक दोनों तरह की दृष्टि समस्याओं वाले मरीजों के लिए भी मुफ्त चश्मे उपलब्ध कराने की तैयारी चल रही है।

डॉक्टर और स्टाफ का सराहनीय प्रयास
नेत्र विभाग के अध्यक्ष, एसआर और जेआर डॉक्टरों के साथ-साथ जिला अस्पताल के डॉक्टरों के सहयोग से यह अभियान सफल हो रहा है। डॉ. काम्या ने बताया कि प्रतिदिन 1500 से 2000 मरीजों की जांच की जा रही है और उनकी समस्या के अनुसार उनका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत रोजाना 100 से 150 मरीजों को चश्मे वितरित किए जा रहे हैं।

डॉ. नैंसी पारुल ने सभी विभागों का निरीक्षण कर स्टाफ को मरीजों की सेवा करने के लिए उचित दिशानिर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि सभी को अपने कार्यों को सुचारु रूप से करने के लिए सख्त गाइडलाइंस का पालन करना होगा। उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्था को भी दुरुस्त करने और मरीजों को हर संभव लाभ पहुँचाने पर जोर दिया।

दूरदृष्टि और नजदीकी दृष्टि के मरीजों की संख्या में वृद्धि
अधिकारियों के अनुसार, हाल के दिनों में दूरदृष्टि और नजदीकी दृष्टि की समस्या वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। यह इस बात का संकेत है कि लोग मेडिकल कॉलेज में मिल रही सुविधाओं पर भरोसा कर रहे हैं। मेडिकल कॉलेज का लक्ष्य है कि जिले के मरीजों को गंभीर बीमारियों के लिए बीएचयू या अन्य बड़े अस्पतालों में जाने की जरूरत न पड़े और उनका इलाज यहीं हो सके।

कई और वादे भी होंगे पूरे
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा किए गए इन वादों से लोगों में उम्मीद जगी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये वादे कितने पूरे होते हैं और क्या यह चिकित्सालय वाकई में जिला अस्पताल से बेहतर सुविधाएं प्रदान कर पाएगा। अगर यह अभियान सफल रहता है, तो यह चंदौली के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा।