सड़क हादसे रोकने के लिए ARTO का नया प्लान : RI और ARTO को तैनात कर सौंपी जाएगी नयी जिम्मेदारी
चंदौली में सड़क हादसों को रोकने के लिए नई पहल
मोटर वाहन निरीक्षक तहसीलवार तैनात किए जाएंगे
प्रमुख मार्गों पर दिन-रात वाहनों की निगरानी होगी
चंदौली जिले में सड़क हादसों को रोकने और यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने एक नई पहल शुरू की है। शासन ने मोटर वाहन निरीक्षक (Motor Vehicle Inspector) की तैनाती तहसीलवार करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही एआरटीओ (सड़क सुरक्षा) की भी नियुक्ति की जाएगी, जो निरीक्षकों की मॉनीटरिंग करेंगे और शासन की गाइडलाइन के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
आपको बता दें कि चंदौली जिले में कुल पांच तहसील सदर (चंदौली), पीडीडीयू नगर, सकलडीहा, चकिया और नौगढ़ में प्रमुख मार्ग ऐसे हैं, जहां दिन-रात वाहनों का संचालन होता है और हादसों की संभावना अधिक रहती है। पिछले वर्षों में इन मार्गों पर कई दुर्घटनाएँ हुई हैं, जिससे लोगों की सुरक्षा खतरे में रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए शासन ने मोटर वाहन निरीक्षक नियुक्त करने का निर्णय लिया है। ये निरीक्षक सड़क पर गश्त करेंगे, वाहनों की तकनीकी जांच करेंगे और अनफिट वाहन चलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई करेंगे।
प्रवर्तन के तहत आरआइ को मोटर वाहन निरीक्षक का पदनाम दिया गया है। इनकी रैंकिंग टू-स्टार दरोगा के बराबर होगी। इनके पास बाइक और एक सुरक्षाकर्मी भी रहेगा, जिससे उनकी गश्त और निगरानी अधिक प्रभावी होगी। यह पहल विशेष रूप से उन प्रमुख मार्गों पर लागू होगी, जहां दुर्घटनाओं की संख्या अधिक रहती है। इससे न केवल सड़क सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि वाहन चालकों में नियमों का पालन करने की आदत भी विकसित होगी।
सड़क सुरक्षा के अभियान में एआरटीओ रोड सेफ्टी भी शामिल होंगे। इनका मुख्य कार्य सड़क हादसों को रोकने के लिए योजना बनाना, ब्लैक स्पॉट की पहचान करना, जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना और लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई करना होगा। इसके अलावा, एआरटीओ रोड सेफ्टी अपनी टीम के साथ निरीक्षण, जांच-पड़ताल और सड़क पर जागरूकता फैलाने के कार्य करेंगे।
युवाओं को रोजगार के अवसर देने के लिए प्रशासन ने संविदा पर सड़क सुरक्षा साथी भी नियुक्त करने का निर्णय लिया है। इन सभी साथी को प्रतिमाह 3000 रुपये मानदेय दिया जाएगा। संविदा पर होने के बावजूद यह पद युवाओं के लिए आकर्षक है, क्योंकि इससे उन्हें समाज में सम्मान मिलेगा और अनुभव भी प्राप्त होगा। सरकार का मानना है कि इस योजना से न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि सड़क पर अनुशासन और सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
डा. सर्वेश गौतम, एआरटीओ (प्रशासन) ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य सड़क हादसों की संख्या में कमी लाना और यात्रियों तथा आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि मोटर वाहन निरीक्षक और एआरटीओ की तैनाती से न केवल सड़क सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि युवाओं को समाज में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर भी मिलेगा।
प्रशासन के अनुसार, जिले में वर्तमान में एक ही आरआइ है, जबकि पांच तहसीलों के लिए कुल चार और निरीक्षकों की आवश्यकता है। इनकी नियुक्ति के बाद प्रत्येक तहसील के प्रमुख मार्गों पर नियमित जांच और निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा, संविदा पर रखे जाने वाले सड़क सुरक्षा साथी नियमित रूप से वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करेंगे और सड़क पर अनुशासन बनाए रखने में मदद करेंगे।
इस नई व्यवस्था के लागू होने से उम्मीद की जा रही है कि सड़क हादसों की संख्या में कमी आएगी, वाहन चालकों में नियमों के पालन की आदत बढ़ेगी और आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। प्रशासन ने कहा कि यह पहल केवल नियम लागू करने तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि जागरूकता, तकनीकी जांच और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए लगातार निगरानी की जाएगी।