निपुण भारत मिशन : चंदौली के 1185 स्कूलों में जनवरी से OMR शीट पर होगी परीक्षा

 

निपुण भारत के मानक पर होगी असेसमेंट परीक्षा 


चंदौली डायट द्वारा तैयार किया जा रहा है प्रश्नपत्र


ओएमआर शीट पर होगी स्कूलों में परीक्षा 


निपुण भारत मिशन के तहत दक्षता बढ़ाने की तैयारी

चंदौली जिले में विद्यार्थियों को भाषा और गणित में दक्ष बनाने के उद्देश्य से निपुण भारत मिशन के तहत निपुण असेसमेंट परीक्षा (नेट) आयोजित की जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। परीक्षा जनवरी में होगी और इसे यूपी बोर्ड की तर्ज पर कराया जाएगा।

परीक्षा का स्वरूप
परीक्षा ओएमआर शीट पर होगी। पहली से आठवीं तक के 1.80 लाख छात्र-छात्राएं इसमें शामिल होंगे। जिले के 1,185 परिषदीय स्कूलों में परीक्षा आयोजित होगी। पहले दिन कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों की परीक्षा होगी, जबकि दूसरे दिन कक्षा 4 से 8 तक के विद्यार्थियों की परीक्षा होगी।

ओएमआर शीट भरने की प्रक्रिया
कक्षा 1 से 3 तक के छात्रों की ओएमआर शीट शिक्षक भरेंगे। शिक्षक बच्चों से उत्तर पूछकर शीट पर अंकित करेंगे। वहीं, कक्षा 4 से 8 तक के विद्यार्थी स्वयं अपनी ओएमआर शीट भरेंगे। शीट के गोले काले पेन से भरे जाएंगे। परीक्षा के बाद शिक्षक ओएमआर शीट को स्कैन कर परख एप पर अपलोड करेंगे।

प्रश्नपत्र और निगरानी व्यवस्था
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) में प्राचार्य की अध्यक्षता में प्रश्नपत्र तैयार होंगे। मुख्यालय से ओएमआर शीट और विद्यालयवार प्रश्नपत्रों के सीलबंद पैकेट परीक्षा से तीन दिन पहले बीआरसी तक पहुंचा दिए जाएंगे। बीईओ परीक्षा से एक दिन पूर्व इन्हें विद्यालय स्तर तक भेजेंगे। परीक्षा की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए उड़नदस्ते तैनात किए जाएंगे।

प्रेरणा पोर्टल से आईडी
प्रधानाध्यापक और शिक्षक प्रत्येक छात्र-छात्रा की नौ अंकों की आईडी प्रेरणा पोर्टल से डाउनलोड करेंगे। यह आईडी परीक्षा से एक सप्ताह पूर्व छात्रों को उपलब्ध कराई जाएगी। इससे परीक्षा प्रक्रिया को सुचारू और पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।

अधिकारियों के निर्देश
डायट प्राचार्य विकायल भारती ने बताया कि परीक्षा पूरी तरह पारदर्शी ढंग से कराई जाएगी। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने भी निर्देश दिए हैं कि परीक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो।


निपुण भारत मिशन के तहत आयोजित होने वाली यह परीक्षा विद्यार्थियों की भाषा और गणित की दक्षता को परखने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। ओएमआर शीट पर परीक्षा कराने से पारदर्शिता बढ़ेगी और बच्चों को नई परीक्षा प्रणाली का अनुभव मिलेगा। चंदौली जिले के 1.80 लाख छात्र-छात्राओं के लिए यह परीक्षा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में अहम कदम साबित होगी।