राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए 46 जिलों से एक भी शिक्षक ने पुरस्कार के लिए नहीं किया आवेदन
 

75 जिलों से मात्र 46 आवेदन फार्म ही आए हैं। ऐसे में शनिवार को खत्म हो रही आवेदन की अंतिम तारीख को 25 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है।
 

राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए आने वाले आवेदनों का हाल

चंदौली समेत प्रदेश के 46 जिलों से एक भी शिक्षक ने नहीं किया आवेदन

पुरस्कार लेने में लगता है किसी को नहीं है दिलचस्पी

फिर बढ़ा दी गयी आवेदन के लिए तारीख

योगी सरकार में राज्य अध्यापक पुरस्कार 2024 के लिए आवेदन फार्म का टोटा है। अभी तक 46 जिलों में एक भी शिक्षक ने पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं किया है। वहीं 17 जिलों में मात्र एक-एक, सात जिलों में दो-दो और पांच जिलों में तीन-तीन आवेदन फार्म आए हैं। जिससे यह लगने लगा है कि यह पुरस्कार लेने में अब किसी को कोई दिलचस्पी नहीं है।  

इस तरह देखा जाए तो 75 जिलों से मात्र 46 आवेदन फार्म ही आए हैं। ऐसे में शनिवार को खत्म हो रही आवेदन की अंतिम तारीख को 25 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है। यह पुरस्कार पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर दिया जाता है।

बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल की ओर से बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अधिक से अधिक आवेदन फार्म भरवाएं जिससे राज्य स्तरीय चयन समिति के पास सर्वश्रेष्ठ शिक्षक चुनने के अधिक से अधिक विकल्प हों। जिन जिलों से एक भी आवेदन नहीं आया है उनमें आगरा, अलीगढ़, अमरोहा, औरैया, बहराइच, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, चंदौली, देवरिया, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, हमीरपुर, हापुड़, हाथरस, जालौन, कानपुर देहात, कासगंज, कौशांबी, लखीमपुर खीरी, महोबा, मैनपुरी, मथुरा, मऊ, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़, प्रयागराज, रामपुर, सहारनपुर, संभल, शाहजहांपुर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर, सीतापुर, सोनभद्र और उन्नाव शामिल हैं।

वहीं जिन 17 जिलों में मात्र एक-एक आवेदन आया है, उनमें अमेठी, अयोध्या, बागपत, बांदा, बरेली, भदोही, बिजनौर, बदायूं, बुलंदशहर, हरदोई, कानपुर नगर,  कुशीनगर, ललितपुर, लखनऊ, मीरजापुर व रायबरेली शामिल हैं। उधर बलिया, चित्रकूट, गोंडा, कन्नौज, महाराजगंज, संत कबीर नगर और वाराणसी जिलों से दो-दो आवेदन आए हैं। सर्वाधिक तीन-तीन आवेदन फार्म अंबेडकर नगर आजमगढ़, गाजीपुर, जौनपुर व झांसी से आए हैं।

परिषदीय प्राथमिक स्कूल जहां पर 150 छात्र हों और उच्च प्राथमिक स्कूल जहां पर 100 छात्र हों वहां के शिक्षक पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं। पुरस्कार के लिए न्यूनतम 15 वर्ष की सेवा होनी चाहिए।