चंदौली जिले में वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर खास कार्यक्रम, जुटे नेता व पदाधिकारी
 

जिला संयोजक आशुतोष तिवारी हर्षित ने बताया कि इस अभियान को जन-जन तक पहुँचाने के लिए जिले में छात्र पंचायत, यूथ पार्लियामेंट, और विभिन्न जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
 

वन नेशन वन इलेक्शन अभियान को लेकर चर्चा

भाजपा कार्यालय पर हुई अहम बैठक

लखनऊ में होने वाले प्रदेश स्तरीय छात्र सम्मेलन की रणनीति पर चर्चा 

चंदौली जिले में वन नेशन वन इलेक्शन के राष्ट्रव्यापी अभियान को गति देने के लिए चंदौली जिला मुख्यालय स्थित भाजपा कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी 7 सितंबर 2025 को लखनऊ में होने वाले प्रदेश स्तरीय छात्र सम्मेलन की रणनीति पर चर्चा करना और संवाद स्थापित करना था।

बैठक में शामिल हुए पदाधिकारी और कार्यकर्ता
बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष काशी नाथ सिंह सहित कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। इनमें अभियान के काशी क्षेत्र के सह-संयोजक कुंदन सिंह और विपुल शुक्ला, जिला संयोजक आशुतोष तिवारी हर्षित, और जिला सह-संयोजक विकास राय व विशाल जायसवाल शामिल थे। इसके अलावा, शैलेन्द्र पाण्डेय ‘कवि’, राहुल सिंह, जैनेन्द्र राम, दिलीप सोनकर, अभिषेक जायसवाल और चाहत सिंह समेत जिला टोली के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।

नेताओं ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' का महत्व समझाया
बैठक को संबोधित करते हुए, जिलाध्यक्ष काशी नाथ सिंह ने कहा कि "वन नेशन वन इलेक्शन" वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह पहल भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

क्षेत्रीय सह-संयोजक कुंदन सिंह ने इस विचार को डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का सपना बताया। उन्होंने याद दिलाया कि आजादी के बाद 1952, 1957, 1963 और 1969 में चुनाव एक साथ हुए थे, लेकिन बाद की सरकारों ने इस परंपरा को तोड़ दिया।

जिला संयोजक आशुतोष तिवारी हर्षित ने बताया कि इस अभियान को जन-जन तक पहुँचाने के लिए जिले में छात्र पंचायत, यूथ पार्लियामेंट, और विभिन्न जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे चुनाव में होने वाले खर्च में भारी बचत होगी, जिसका उपयोग राष्ट्र निर्माण में किया जा सकेगा।

आर्थिक बचत और राष्ट्र निर्माण
शैलेन्द्र पाण्डेय ‘कवि’ ने भी इस बात पर जोर दिया कि लगातार होने वाले चुनावों से देश की अर्थव्यवस्था पर भारी बोझ पड़ता है। उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने से जो पैसा बचेगा, उसका इस्तेमाल सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कर सकती है।

बैठक के अंत में, सभी ने सर्वसम्मति से यह संकल्प लिया कि चंदौली जिले का हर एक कार्यकर्ता और छात्र नेता "वन नेशन वन इलेक्शन" अभियान को सफल बनाने के लिए सक्रिय रूप से काम करेगा।