कौन दिलाएगा पड़ाव चौराहे के जाम से मुक्ति, सड़क चौड़ीकरण से ही होगा भला

पहले शनिवार को पांच घंटे तक भीषण जाम लगने के बाद भी यातायात पुलिस ने कोई इंतजाम नहीं किए। इस लापरवाही की वजह से रविवार को फिर चौराहा और आसपास का इलाका जाम की चपेट में आ गया।
 

पड़ाव चौराहे पर हमेशा लगता है घंटों तक जाम

यातायात विभाग नहीं करता है कोई इंतजाम

जाम में फंसकर छूट गई कई लोगों की ट्रेनें

आखिर कब मिलेगा जाम के झाम से छुटकारा
 

चंदौली जिले के स्थानीय चौराहे पर शनिवार को लगे पांच घंटे के भीषण जाम से यातायात विभाग ने कोई सबक नहीं लिया। इसका परिणाम रहा कि दूसरे दिन रविवार को भी तीन घंटे तक चौराहे के आसपास का इलाका जाम की चपेट में रहा। पड़ाव से सेमरा, मालवीय पुल और डांडी तक वाहनों की कतारें लगी रहीं। जाम में फंसने की वजह से कई लोगों की ट्रेनें भी छूट गयीं। सड़क के चौड़ीकरण व पुलिस के आला अधिकारियों के कई सुझावों को लोकल पुलिस वाले दरकिनार कर देते हैं, जिससे रोज फजीहत होती है।

आपको बता दें कि पड़ाव चंदौली जिले का सबसे बड़ा चौराहा है। यहां से वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली, मुगलसराय, बहादुरपुर और रामनगर के लिए वाहन जाते हैं। इसके अलावा चंदासी कोयला मंडी से रोज 1200 ट्रक और 400 स्कूली बसें आती-जाती हैं । बदइंतजामी की वजह से यहां रोज घंटों जाम लगता है। इसके बावजूद यातायात विभाग समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा। जबकि इसके लिए आईजी स्तर के अफसर कई बार दोनों जिलों की पुलिस के साथ रणनीति बना चुके हैं।

पहले शनिवार को पांच घंटे तक भीषण जाम लगने के बाद भी यातायात पुलिस ने कोई इंतजाम नहीं किए। इस लापरवाही की वजह से रविवार को फिर चौराहा और आसपास का इलाका जाम की चपेट में आ गया। शाम पांच बजे से रात आठ बजे तक जाम से लोग परेशान रहे। पीडीडीयू जंक्शन और वाराणसी स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने वाले लोग भी जाम में फंसे रहे। इससे उनकी ट्रेनें छूट गई।

आपको बता दें कि यहां से मुगलसराय व रामनगर जाने वाली सड़कों को चौड़ा करने का काम किया जा रहा है, जिसके बाद इस समस्या से मुक्ति मिलने की उम्मीद है। साथ ही चौराहे को भी और व्यवस्थित किये जाने की तैयारी है।