छोटे व लोकल स्टेशन की यात्रा करने वालों के लिए खुशखबरी, 1 जुलाई से चलने जा रही हैं पैसेंजर ट्रेनें
एक जुलाई से सभी पैसेंजर ट्रेनों को चलाने का फैसला
पुराने नंबरों से ही होगा ट्रेनों का संचालन
ट्रेनों का किराया भी हो सकता है कम
चंदौली जिले में कोरोना काल में पूर्व मध्य रेलवे ने 133 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों के नंबर बदलकर उनका संचालन स्पेशल ट्रेनों के रूप में शुरू किया था। इससे पैसेंजर ट्रेनों का किराया भी बढ़ गया था। अब रेलवे ने एक जुलाई से स्पेशल ट्रेनों को पुराने नंबर से पुराने रूप में चलाने का निर्णय लिया है। इन ट्रेनों का किराया भी कम हो सकता है।
आपको बता दे कि कोरोना का देश में प्रभाव बढ़ने पर 23 मार्च 2020 को देश में जनता कफर्फ्यू लगाया गया और 25 मार्च 2020 से देश लॉकडाउन हो गया। इसके साथ ही ट्रेनों का परिचालन भी बंद कर दिया गया। बाद में एक मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई। वहीं सितंबर माह में नियमित ट्रेनों को स्पेशल के रूप में चलाने की शुरूआत की गई।
कोरोना का प्रभाव कम होने के बाद एक्सप्रेस ट्रेनों को पुराने नंबर से चलाना शुरू कर दिया गया लेकिन पीडीडीयू गया मेमू, पीडीडीयू पटना मेमू, वाराणसी बक्सर, पीडीडीयू नगर दिलदारनगर, पीडीडीयू डेहरी ऑनसोन, डेहरी आनसोन गया आदि पैसेंजर ट्रेनों को स्पेशल के रूप में चलाया जाता रहा। स्पेशल ट्रेन के नाम पर इसका किराया भी बढ़ा दिया गया। इसको लेकर आम लोगों में आक्रोश रहा। अब रेलवे ने एक जुलाई से पूर्व मध्य रेलवे से चलने वाली 133 जोड़ी स्पेशल मेमू पैसेंजर ट्रेनों का नंबर बदल दिया है।
अब बरकाकाना-डेहरी आन सोन, पटना-सासाराम, पटना-गया, दिलदारनगर पीडीडीयू, आरा- भभुआ रोड, आरा-सासाराम, पटना-पीडीडीयू, बक्सर पीडीडीयू, पटना-गया, वाराणसी-पटना, पीडीडीयू-पटना, पीडीडीयू- सूबेदारगंज, गया-डेहरी आन सोन, गया-पीडीडीयू, आरा-बनारस और डेहरी आन सोन-पीडीडीयू सहित अन्य ट्रेनें पुराने नंबरों से चलेंगी।
इस सम्बंध में पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ सरस्वती चंद ने बताया कि रेलवे बोर्ड के निर्देश पर एक जुलाई से सभी पैसेंजर ट्रेनों को पुराने नंबरों से चलाया जाएगा।