इंस्पेक्टर साहब ड्रोन लेकर मौके पर थे तैनात, फेल हो गए पत्थरबाजों के मंसूबे
 

 किन्तु इस बार बलुआ इंस्पेक्टर विनय प्रकाश सिंह द्वारा दोनों गांवों के बीच व थाने पर इस परंपरा को विराम लगाने के लिए कई बार मीटिंग कराया गया।
 

चुस्त दुरुस्त पुलिस व्यवस्था से नहीं हो पायी ढेलाबाजी

महुआरी गांव में खड़ी रही भारी फोर्स

ड्रोन से रखी जा रही थी पत्थरबाजों पर नजर

नाग पंचमी पर नहीं हुयी पत्थरबाजी

चंदौली जिले के महुआरीखास गांव व बिसुपुर में होने वाले ढेलेबाजी परम्परा को इस बार भी कुछ लोग करना चाह रहे थे, लेकिन उनकी ढेलेबाजी करने की मंशा पर बलुआ इंस्पेक्टर द्वारा की गयी चुस्त ब्यवस्था व ड्रोन कैमरे ने पानी फेर दिया। इसी के कारण अबकी बार इस तरह की परंपरा को निभाने वाले लोगों को थोड़ी मायूसी जरूर हुयी, लेकिन अबकी बार पत्थरबाजी के कारण किसी को कोई हानि नहीं हुई ।

बताया जा रहा है कि इसके पहले भी दोनों गांवों में डुगडुगी पिटवाया कर मीटिंग करायी गयी थी और इस तरह की परंपरा को बदलने के लिए अपील की गयी थी।  

आपको याद होगा कि चहनियां क्षेत्र के महुआरीखास व बिसुपुर गांव के बीच नाग पंचमी पर एक ऐसी परम्परा होती थी, जिसको सुनने मात्र से रोंगटे खड़े हो जाते थे। दोनो गांव की महिलाएं पहले मंदिरों में पूजन अर्चना करती थीं। फिर नाले पर जुटकर फूहड़ गाली देकर पुरुषों को उकसातीं थीं। फिर दोनों ओर से ढेलेबाजी की परम्परा शुरू होती थी, जिसमें हर साल कई लोगों का सिर फट जाया करता था।

 किन्तु इस बार बलुआ इंस्पेक्टर विनय प्रकाश सिंह द्वारा दोनों गांवों के बीच व थाने पर इस परंपरा को विराम लगाने के लिए कई बार मीटिंग कराया गया। साथ ही नाग पंचमी के दिन कुछ लोगों के द्वारा गांव में आकर जबरन ढेलेबाजी करने की कोशिश की जाती है। उस पर भी रोक लगाने की कोशिश की गयी। इसके लिए पुलिस बल के साथ साथ ड्रोन लगाकर निगरानी करायी गयी, ताकि कोई उपद्रव न हो।

इस बारे में जानकारी देते हुए बलुआ इंस्पेक्टर ने बताया कि गांव के लोगों को समझाने के बाद भी मौके पर पुलिस व पीएससी की चुस्त व्यवस्था के कारण लोगों के मंसूबे सफल नहीं हो पाए। कुछ लोग इस साल भी इस हरकत को करना चाहते ते, लेकिन इंस्पेक्टर द्वारा ड्रोन कैमरे की निगरानी कराए जाने के कारण मौरे से भाग खड़े हुए।