विधायक जी आप इस अस्पताल की करिए मदद, स्टाफ के अभाव में नहीं शुरू हो रही है PICU यूनिट

डेढ़ वर्ष से बनकर तैयार है चकिया में 35 बेड का PICU
विशेषज्ञ चिकित्सकों व कर्मचारियों का है अभाव
आवश्यक सुविधाओं की भी है भवन में जरुरत
बेकार हो जाएगा सरकार का एक करोड़
चंदौली जिले में नगर स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय से संबद्ध 35 बेड का पीआइसीयू पिछले डेढ़ वर्ष से बनकर तैयार है। भवन चिकित्सालय प्रशासन को हस्तांतरित भी होगा चुका है। चिकित्सकों, कर्मचारियों की नियुक्ति कर व्यवस्था पटरी पर लाने की कवायद चल रही है। हालांकि अब तक पीआइसीयू का श्रीगणेश नहीं किया जा सका है। इससे बच्चों के बेहतर इलाज को लेकर स्वजन चिंतित हैं। लोग चकिया विधायक से इसके लिए पैरवी करने की मांग कर रहे हैं, ताकि इसे शुरू कराया जा सके।
आपको बता दें कि पिछले डेढ़ वर्षों से बंद पड़े भव्य बिल्डिंग का रंग-रोगन धूमिल पड़ने लगा है। दरवाजे खिड़की जंग खाने लगे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत लगभग एक करोड़ रुपए की लागत से तैयार पीआइसीयू में एक वर्ष से 12 वर्ष तक के बच्चों के इलाज की व्यवस्था है। बच्चों को निमोनिया, मस्तिष्क ज्वर आदि गंभीर रोगों के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही आवश्यक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मंशा अधर में पड़ी है।
लोगो का कहना है कि बच्चों के बेहतर इलाज की फ्री चिकित्सकीय सुविधा नगर में उपलब्ध होने से सुदूरवर्ती नौगढ़, शिकारगंज, इलिया, शहाबगंज, सिकंदरपुर आदि क्षेत्रों के गांव के लोगों को सहूलियत मिलेगी। स्वजन व तीमारदारों को शहरों, महानगरों की दौड़ नहीं लगानी होगी । समय की बर्बादी व खर्च भी कम होगा। डेढ़ वर्षों से बंद पड़े पीआइसीयू के संचालन को जनप्रतिनिधि मौन साधे हैं, यह लोगों के लिए चिंता का विषय है।
काफी प्रयास से मिली थी भूमि
जिला संयुक्त चिकित्सालय के समीप आबकारी विभाग के पीछे चिकित्सालय की जमीन तत्कालीन सीएमएस डा. अजय सिंह गौतम के प्रयास से मिली। भूमि पर अतिक्रमण था। तत्कालीन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने अतिक्रमण हटाने के साथ ही जमीन चिकित्सालय को उपलब्ध कराई थी।
इस सम्बंध में जिला संयुक्त चिकित्सालय चकिया चंदौली के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. आरवी सिंह ने बताया कि जिला संयुक्त चिकित्सालय से चकिया में 35 बेड का पीआइसीयू का अतिरिक्त भवन बनकर तैयार है। विभाग को हस्तांतरित हो चुका है। बच्चों के बेहतर इलाज को लेकर चार विशेषज्ञ चिकित्सक, कर्मचारी के साथ आवश्यक सुविधाएं मुहैया होनी है। इसको लेकर शासन को पत्राचार किया गया है।a