तार और खंभों को बदलने के लिए डेढ़ वर्ष पूर्व हुआ था करीब 100 करोड़ का टेंडर, घटिया सामान लगाने से बढ़ रही है समस्या    

पीडीडीयू नगर में जर्जर बिजली के तारों और खंभों को बदलने के लिए डेढ़ वर्ष पूर्व करीब सौ करोड़ रुपए का टेंडर पास किया गया था। निर्धारित समय सीमा बीतने के बाद भी कार्यदायी संस्था मोंटी कार्लो अब तक काम पूरा नहीं कर सकी।
 

तार और खंभे बदलने की जिम्मेदारी मोंटी कार्लो नाम की कंपनी के पास

टेंडर पाने के बाद क्वालिटी के साथ खिलवाड़

बार-बार आ रही है तार टूटने व जलने की समस्या

चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में जर्जर बिजली के तारों और खंभों को बदलने के लिए डेढ़ वर्ष पूर्व करीब सौ करोड़ रुपए का टेंडर पास किया गया था। निर्धारित समय सीमा बीतने के बाद भी कार्यदायी संस्था मोंटी कार्लो अब तक काम पूरा नहीं कर सकी। वहीं, कंपनी पर घटिया तार लगाने के आरोप भी लग रहे हैं। लोड बढ़ने से बार-बार तार जल जा रहे हैं। विद्युत निगम के इंजीनियर इसकी पुष्टि कर रहे हैं।


आपको बता दे कि जिले में तार और खंभे बदलने की जिम्मेदारी मोंटी कार्लो को दी गई थी। मार्च 2024 में काम पूरा करने की मियाद तय की गई थी। अभी जिले में केवल एलटी तार बदले जा रहे हैं जबकि टेंडर हाईटेंशन तारों को भी बदलने का हुआ है। जिले में बिजली के जर्जर तारों के टूटने की समस्या काफी गंभीर हो गई थी। समस्या के समाधान के लिए विभाग की ओर से करीब सौ करोड़ रुपये की कार्य योजना शासन को भेजी गई थी। शासन से धन मिलने के बाद जर्जर तारों व खंभों को बदलने का काम शुरू होने के बाद से ही कार्यदायी संस्था कभी कर्मचारियों की कमी तो कभी बिजली निगम का सहयोग न मिलने का बहाना बनाती रही है। यही वजह है कि मियाद बीतने के बाद भी काम पूरा नहीं हो पाया। इससे लोगों को गर्मी में दिनभर बिजली कटौती का दंश झेलना पड़ रहा है।

टेंडर की शर्तों के अनुसार कार्यदाई संस्था को 120 एमएम के एबीसी केबल लगाए जाने थे लेकिन उसने 50 एमएम के केबल लगा दिए हैं। इस वर्ष उम्मीद से अधिक गर्मी पड़ने से तार लोड सहन नहीं कर पा रहे हैं और आए दिन टूटकर गिर जा रहे हैं। अब कंपनी सपोर्ट तार भी लगा रही है जिससे तारों के टूटने की समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकेगा।


15 दिनों में कई बार टूट चुके हैं तार


पिछले माह की 20 मई को चंदासी उपकेंद्र से जुड़े फीडर संख्या दो के रविनगर कॉलोनी में रविवार की रात आठ बजे केबल जलने से करीब सौ घरों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। विद्युत निगम को तार की व्यवस्था करने और बदलने में साढ़े तीन घंटे लग गए। बिजली न रहने से उक्त घरों के करीब पांच सौ लोग 45 डिग्री के उमसभरी गर्मी से बिलबिला उठे।

वहीं 30 मई की रात भी इसी फीडर में कई जगह तार टूटने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही। वहीं पांच जून की रात फीडर संख्या दो में रात के 10 से 12 बजे तक दो घंटे में आठ स्थानों पर हाईटेंशन व एलटी तार टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित रही। इसके अलावा आए दिन एबीसी केबल जल जाने से लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। उमसभरी गर्मी में तारों के टूटने से हो रही बिजली कटौती के कारण लोगों में रोष है।


इस सम्बंध में अधीक्षण अभियंता ओमप्रकाश का कहना है कि तापमान बढ़ने पर एबीसी केबल हीट होकर टूट रहे हैं। कार्यदायी संस्था को सर्किट बढ़ाने के साथ मजबूर और अच्छी क्वालिटी के तार लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।