पंचायत भवन बनवाया लेकिन रास्ता व बिजली कनेक्शन देना भूल गए अफसर
जीवनपुर गांव में 2 साल पहले बना था पंचायत भवन
लेकिन अभी तक सुचारू रूप से नहीं हुआ चालू
नहीं हुई विद्युत की व्यवस्था
रास्ता न बनने से ग्रामीणों में है निराशा
आखिर कब मिलेगा ग्रामीणों को अपने पंचायत भवन का लाभ
चंदौली जिले में देश व प्रदेश की सरकार योजनाएं व धन की चाहे जितनी भी व्यवस्था कर दे, अगर अधीनस्थ उसे सुचारू रूप से संचालित ना कर सके तो शासन की योजना व धन का महत्व शून्य हो जाता है। कुछ ऐसा ही हाल जीवनपुर गांव में पंचायत भवन का है। 22 लाख की लागत से यह भवन बना है लेकिन लगभग दो वर्ष बीतने को है, अभी तक ग्रामीणों को इसका लाभ नही मिल पाया है।
सरकार से जुड़ी योजनाओं की जानकारी व जरूरत के दस्तावेज पाने के लिए ग्रामीण ब्लाक मुख्यालय, ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी के घरों का चक्कर काट रहे हैं। वहीं पंचायत भवन में आसपास के लोग अपने निजी लाभ के लिए इसका उपयोग कर रहे हैं। आज तक उक्त पंचायत भवन पर जाने के लिए न पक्की सड़क की व्यवस्था की गई और ना ही वहां पर विद्युत आपूर्ति की कोई व्यवस्था हो पाई है। जिससे ग्रामीणों को लाभ प्राप्त नहीं हो पा रहा है।
शासन की मंशा है कि कुटुंब रजिस्टर नकल, वृद्धा, विधवा पेंशन सहित अन्य जरूरी किसी भी कार्य के लिए ग्रामीणों को भटकना ना पड़े, इसके लिए पंचायत मित्र, ग्राम विकास अधिकारी, प्रधान, लेखपाल निर्धारित समय पर पंचायत भवन में मौजूद होते रहेंगे। जिससे ग्रामीणों को अपने गांव में ही सहूलियत मिल जाए। लेकिन जीवनपुर गांव में स्थिति इसके विपरीत है।
दो वर्ष पूर्व बने पंचायत भवन पर विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था नहीं की गई है। वहीं आवागमन के लिए कच्चा रास्ता होने के कारण कोई अधिकारी नहीं मिल पाता है।
ग्रामीण बताते है कि आबादी से अलग हटकर पंचायत भवन तो बनवा दिया गया। लेकिन रास्ते का पक्कीकरण नहीं होने के कारण आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा दिक्कत बारिश के दिनों में होती है। पंचायत भवन बनने के दौरान हम सभी ग्रामीण काफी प्रसन्न थे कि सरकारी दस्तावेज के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। लेकिन अभी तक कार्य सुचारू रूप से चालू नहीं हो पाने के कारण हम सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिंहा का कहना है कि पंचायत भवन बना है तो उसमें पंचायत सहायक की नियुक्ति होगी। । सुबह शाम खुलना चाहिए। अविलंब जांच कराकर इससे जुड़ी समस्या को दूर कर दिया जाएगा।