हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए बरतें सावधानी, वरना हो जाएंगे बीमार
चंदौली जिले में गर्मी का पारा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। लू के थपेड़ों से जनमानस का हाल बेहाल है। ऐसे में हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है, ताकि लोगों को बीमार होने से बचाया जा सके।
आपको बता दें कि गर्मी में शरीर के द्रव्य बाडी फ्ल्यूड सूखने लगती है। शरीर में पानी, नमक की कमी होने पर लू लगने की संभावना अधिक रहती है। वहीं शराब की लत, हदय रोग, पुरानी बीमारियां, मोटापा पार्किंसंस रोग, अधिक उम्र, अनियंत्रित मधुमेह भी लू लगने का कारण होता है।
लू (हीट स्ट्रोक) के लक्षण-
लू लगने के लक्षणों में गर्म, लाल, शुष्क त्वचा का होना, पसीना न आना।
पल्स दर तेज होना।
उथले श्वांस गत्ति में तेजी।
व्यवहार में परिवर्तन, सिर दर्द, मिचली, थकान और कमजोरी होना, चक्कर आना।
इस लक्षणों के चलते मनुष्य के शरीर में मूत्र न होना अथवा इसमें कमी हो जाती है। उच्च तापमान से शरीर के आंतरिक अंगों, विशेष रूप से मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाता है। मनुष्य के हृदय के कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव उत्पन्न होता है।
इस संबंध में सीएमओ डॉ. युगल किशोर राय ने बताया कि लोग तेज धूप में निकलने से बचें। यदि निकलना जरूरी है तो छाता लगा ले या टोपी पहन लें। ऐसे कपड़े पहने, जिससे शरीर अधिक से अधिक ढका रहे। हीट स्ट्रोक से बचने के लिए जरूरी है कि पर्याप्त मात्रा (तीन से चार लीटर 24 घंटे में पर्याप्त मात्रा) में पानी पीकर घर से बाहर निकलें। समय- समय पर पानी पीते रहें।