अब प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड होगा सरकारी स्कूल के बच्चों का रिजल्ट, इसलिए बदली जा रही है व्यवस्था
अभिभावक ऑनलाइन देख सकेंगे बच्चों का प्रदर्शन
खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों की होगी पहचान
प्रेरणा पोर्टल पर परीक्षा परिणाम से शिक्षा गुणवत्ता में सुधार की पहल
चंदौली जिले के परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए यह खबर उपयोगी है। उनका रिपोर्ट कार्ड प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड होगा और उनके अभिभावक हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की तरह आनलाइन परीक्षा परिणाम देख सकेंगे। यह व्यवस्था पहली बार लागू की जा रही। स्कूलों में इसकी कार्रवाई शुरू हो गई है। कार्ड में खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों की पहचान कर उनके परिणाम में सुधार के उपाय किए जाएंगे।
जनपद में 1185 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक व कंपोजिट स्कूल संचालित हैं। इनमें कक्षा एक से आठवीं तक के 1.87 लाख छात्र- छात्राएं पंजीकृत हैं। इन स्कूलों के लिए प्रेरणा पोर्टल वर्ष 2019 में शुरू किया गया था। इसी पोर्टल पर व्यवस्था मकसद बुनियादी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और प्राइमरी के बच्चों को कौशल प्रदान करना है। इस पोर्टल पर प्राइमरी स्कूलों के बच्चों का पूरा ब्यौरा अपलोड है। प्रत्येक स्कूल में इस पोर्टल का उपयोग किया जा रहा है। अब इसी पोर्टल पर बच्चों के रिपोर्ट कार्ड आनलाइन बनाया जाएगा।
वहीं, इस खबर से बच्चे व अभिभावक भी आनलाइन परिणाम जानने को लेकर उत्साहित हैं। वहीं, इस नई व्यवस्था को लेकर शासन स्तर से निर्देश जारी हुए हैं। स्कूल महानिदेशक कंचन वर्मा ने बीएसए आनलाइन को परीक्षा परिणाम जारी करने के निर्देश जारी किए हैं।
यह विवरण होंगे दर्ज
परीक्षा परिणाम बनाने का विकल्प प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड हो गया है। इसमें बच्चे का नाम, कक्षा, लिंग, जन्मतिथि, पिता का नाम, एसआर नंबर दर्ज करना होगा। यह विवरण शिक्षक अपलोड करेंगे। परीक्षा परिणाम में दो टर्म परीक्षाओं के अलावा अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षा के नंबर जोड़े जाएंगे। इसके बाद रिपोर्ट कार्ड अपलोड होगा। कक्षा एक व दो में पांच विषय, कक्षा तीन से पांच तक नौ विषय और कक्षा छठवीं से आठवीं तक 10 विषयों के अंक अपलोड किए जाएंगे।
इस संबंध में वाराणसी मंडल एडी बेसिक उमेश शुक्ल ने बताया कि शासन स्तर से प्रेरणा पोर्टल पर परिषदीय स्कूल के बच्चों के रिपोर्ट कार्ड देख जाने की सुविधा पहली बार शुरू की जा रही है। इसके लिए निर्देश मिले हैं। वीएसए व वीईओ को इस संबंध में जरूरी उपायों पर काम करने के लिए कहा गया है।