UP विधानसभा में रोहिताश पाल हत्याकांड की गूँज, सपा विधायक ने सफेदपोशों के हाथ होने का लगाया आरोप
चंदौली के चर्चित दवा व्यवसायी रोहिताश पाल हत्याकांड का मामला यूपी विधानसभा में गरमा गया है। सपा विधायक प्रभु नारायण यादव द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बाद पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।
सकलडीहा विधायक ने विधानसभा में उठाया हत्याकांड का मामला
पुलिस पिकेट के पास हुई थी व्यापारी की गोली मारकर हत्या
हत्याकांड में सफेदपोश लोगों के शामिल होने का आरोप
शूटरों की गिरफ्तारी न होने पर उठे सवाल
पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री से मिलकर की मुलाकात
चंदौली जिले का चर्चित रोहिताश पाल हत्याकांड अब प्रदेश की सियासत के केंद्र में आ गया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार को सकलडीहा से समाजवादी पार्टी के विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने इस गंभीर मुद्दे को सदन के पटल पर रखा। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए असली अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
सदन में पुलिसिया कार्रवाई पर उठे सवाल
सपा विधायक प्रभु नारायण यादव ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि रोहिताश पाल हत्याकांड के असली शूटर अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर जेल भेजकर खानापूर्ति कर दी है, जबकि हत्या को अंजाम देने वाले पेशेवर शूटर आज भी खुलेआम घूम रहे हैं। विधायक ने इस पूरी साजिश के पीछे कुछ 'सफेदपोश' लोगों का हाथ होने की आशंका भी जताई है। उन्होंने सदन से मांग की कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और असली अपराधियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजा जाए।
मुख्यमंत्री दरबार पहुँचा पीड़ित परिवार
सदन में मामला उठने के तुरंत बाद, पीड़ित परिवार ने क्षेत्रीय विधायक के साथ लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। परिजनों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया कि वे आज भी खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री ने परिवार की बातों को संवेदनशीलता से सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या थी पूरी घटना?
बता दें कि बीते 18 नवंबर की रात करीब नौ बजे चंदौली के व्यस्ततम बाजार में दवा व्यवसायी रोहिताश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हैरान करने वाली बात यह थी कि यह वारदात पुलिस पिकेट से महज कुछ ही दूरी पर हुई। बदमाशों ने सरेआम गोली मारकर हत्या की और पैदल ही मौके से फरार हो गए। आरोप है कि घटना के समय पुलिस की शिथिलता के कारण अपराधी भागने में सफल रहे और प्रभारी निरीक्षक घटनास्थल पर एक घंटे की देरी से पहुँचे।
दहशत में दवा व्यवसायी का परिवार
पुलिस द्वारा अब तक किसी बड़ी विभागीय कार्रवाई या शूटरों की गिरफ्तारी न होने से पीड़ित परिवार में गहरा आक्रोश और डर है। हालांकि परिजनों ने दुकान खोल दी है, लेकिन वे शासन-प्रशासन से न्याय की आस लगाए बैठे हैं। अब मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद यह उम्मीद जगी है कि इस मामले में जल्द ही कोई बड़ा खुलासा हो सकता है।