रोहिताश पाल हत्याकांड: पुलिस जांच में मिली नई कड़ी, ये लोग उठाए जाएंगे..!

चंदौली जिले में दवा विक्रेता रोहिताश पाल की हत्या को लेकर पुलिस की जांच तेज हो गई है। नौ टीमें भूमि विवाद को केंद्र मानकर मामले की पड़ताल कर रही हैं। तीन साजिशकर्ताओं को जेल भेजा जा चुका है, लेकिन शूटर अब भी फरार हैं। पुलिस ने संदिग्धों को रडार पर रखा है और जल्द खुलासे का दावा किया है।
 

रोहिताश पाल हत्याकांड में जांच जारी

पुलिस जांच में नई कड़ी मिलने की उम्मीद


हत्या के 18 दिन बाद भी शूटर फरार


कोतवाली पुलिस ने बढ़ाई जांच की रफ्तार


रोहिताश पाल हत्याकांड में एसटीएफ  भी कर रही सहयोग

चंदौली जिले के मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र में 18 नवंबर की रात दवा विक्रेता रोहिताश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना धर्मशाला जीटी रोड स्थित मेडिकल स्टोर के सामने हुई थी, जब रोहिताश पाल दुकान बंद कर रहे थे। इस सनसनीखेज हत्या ने पूरे इलाके को हिला दिया और पुलिस पर दबाव बढ़ा दिया।

साजिशकर्ताओं की गिरफ्तारी, शूटर अब भी फरार
पुलिस ने घटना के खुलासे में तीन साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इनमें नगर के मनोज जायसवाल, ओमप्रकाश जायसवाल और वाराणसी निवासी भानु जायसवाल शामिल हैं। हालांकि हत्या को अंजाम देने वाले शूटर अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। घटना के एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी शूटरों का सुराग न मिलने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।

सीसीटीवी फुटेज से जांच का दायरा बढ़ा
पुलिस ने पीडीडीयू नगर के धर्मशाला रोड, पूर्वी बाजार, मालगोदाम रोड से लेकर कैली रिंग रोड और वाराणसी के संदहा, चिरईगांव तक सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली है। आशंका जताई जा रही है कि हत्या के बाद बदमाश मालगोदाम रोड से कैली रिंग रोड होते हुए फरार हुए। पुलिस ने घटना के बाद इन रास्तों से गुजरने वाले संदिग्ध लोगों की भी जांच की, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिली है।

नौ टीमें जांच में जुटी
एसटीएफ, क्राइम ब्रांच, सर्विलांस और स्थानीय पुलिस की कुल नौ टीमें इस मामले की जांच में लगी हुई हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ संदिग्धों के फोटोग्राफ्स हाथ लगे हैं, जिनकी पहचान और छानबीन की जा रही है। साथ ही उन लोगों को भी रडार पर रखा गया है जिन्होंने शूटरों को शरण या संरक्षण दिया हो सकता है।

भूमि विवाद पर केंद्रित जांच
पुलिस इस हत्या को भूमि विवाद से जोड़कर देख रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि रोहिताश पाल की हत्या के पीछे संपत्ति से जुड़ा विवाद अहम कारण हो सकता है। इसी आधार पर पुलिस साजिशकर्ताओं तक पहुंची और अब शूटरों की तलाश तेज कर दी गई है।

पुलिस का दावा: जल्द होगी गिरफ्तारी 
सीओ शहर कृष्ण मुरारी शर्मा ने बताया कि पुलिस टीम बदमाशों के काफी करीब पहुंच चुकी है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही मामले शूटरों को पकड़ कर हत्या के कारणों का सही-सही खुलासा कर दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

जनता में आक्रोश और सवाल
इस हत्या ने स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब नौ टीमें जांच में लगी हैं तो शूटर अब तक क्यों नहीं पकड़े गए। लगातार जांच और सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल के बावजूद पुलिस की खाली हाथ वापसी से लोगों में असंतोष बढ़ रहा है।
रोहिताश पाल हत्याकांड ने चंदौली जिले में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। तीन साजिशकर्ताओं की गिरफ्तारी के बावजूद शूटरों का फरार रहना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। नौ टीमें जांच में जुटी हैं और पुलिस का दावा है कि जल्द ही मामले का खुलासा होगा। फिलहाल जनता की निगाहें पुलिस की कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।