अपनी विधानसभा सीट को बरकरार रखने के लिए बूथ मैनेजमेंट पर काम कर रहे हैं प्रभुनारायण सिंह यादव
 

चंदौली जिले के सकलडीहा विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव अपने विधानसभा इलाके में बूथ मैनेजमेंट ठीक करने में जुटे हुए हैं।
 

अपनी विधानसभा सीट को बरकरार रखने की कोशिश 

बूथ मैनेजमेंट पर काम कर रहे हैं प्रभुनारायण 


 

चंदौली जिले के सकलडीहा विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव अपने विधानसभा इलाके में बूथ मैनेजमेंट ठीक करने में जुटे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने गांव गांव जाकर बूथों पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने का सिलसिला जारी रखा है। दिवाली के त्यौहार पर भी प्रभु नारायण सिंह यादव अपने बूथ पर काम करने वाले लोगों से मिलना नहीं भूले।

बताया जा रहा है कि गुरुवार को प्रभु नारायण सिंह यादव अपने विधानसभा क्षेत्र के सुदूरवर्ती गांव बरंगा, पंचदेवरा, फेसुड़ा और दिघवट में चौपाल के माध्यम से जनसंवाद करने के साथ साथ ग्रामवासियों को मिठाई खिलाकर सभी को दीपावली, गोवर्धन पूजा एवं भाई दूज की शुभकामनाएं देने का काम किया। इसके साथ ही साथ सपा नेता ने बेहतर बूथ मैनेजमेंट के टिप्स भी दिए। प्रभुनारायण सिंह यादव ने बूथों पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान कहा कि बेहतर बूथ मैनेजमेंट के साथ-साथ बूथ जीतने के फार्मूले पर काम करके ही विधानसभा में अच्छा प्रदर्शन किया जा सकता है। बूथ जिताओ व भाजपा हराओ का नारा देकर कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम भी किया। 

आपको बता दें कि तेरहवीं विधानसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रभु नारायण सिंह यादव ने बसपा के ज्ञानेन्द्र कुमार को हराकर धानापुर सीट पर सपा का खाता खोला था और पहली बार विधानसभा में पहुंचे थे। इसके बाद वह चौदहवीं विधानसभा में समाजवादी पार्टी का झंडा फिर से बुलंद करने का काम किया था। इस दौरान प्रभु नारायण सिंह यादव ने बसपा के सुशील कुमार सिंह को कांटे की टक्कर में मात्र 26 वोटों से हरा दिया था। लेकिन 2007 के चुनाव में बसपा के सुशील कुमार सिंह ने जेल से पर्चा भरकर चुनाव लड़ा और समाजवादी पार्टी के प्रभु नारायण सिंह यादव को 17,239 वोटों से हराकर अपनी हार का करारा बदला लिया था। 

इसके बाद 2012 में सोलहवीं विधानसभा के चुनाव के दौरान में इस सीट का नाम बदल कर (381) सकलडीहा हो गया तो इस सीट से बसपा से टिकट कटने के बाद एक बार फिर से सुशील सिंह निर्दल प्रत्याशी के रुप में उतरे और समाजवादी पार्टी के प्रभु नारायण सिंह यादव को दोबारा हराकर अपने चुनावी मैनेजमेंट व वोटरों पर पकड़ का नमूना पेश किया था। इसके बाद जब 2017 में सकलडीहा सीट को छोड़कर सुशील सिंह सैयदराजा विधानसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने चले गए तो समाजवादी पार्टी के प्रभु नारायण यादव की राह आसान हो गयी। भाजपा के सूर्यमुनि तिवारी उनके सामने कमजोर दावेदार व रणनीतिकार साबित हुए। इसके कारण 2017 के चुनाव में जहां एक ओर जिले की तीन सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार मोदी लहर में जीत गए तो भी प्रभुनारायण सिंह यादव ने अपनी जीत को पक्की करते हुए तीसरी बार विधायक बनने का गौरव हासिल किया। 


2017 में समाजवादी पार्टी के प्रभुनारायण यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी सूर्यमुनि तिवारी को करीब 15 हजार मतों के अंतर से हराया था। बीएसपी के उपेंद्र सिंह गुड्डू तीसरे नंबर पर रहे थे। यादव को 79,875 वोट (39.47%), सूर्यमुनि तिवारी को 64,906 वोट (32.07 प्रतिशत) और उपेंद्र को 52,175 वोट (25.78%) मिले थे।