इंतजार की घड़ी खत्म : संत रविदास पॉलीटेक्निक कॉलेज रामपुर में तैयार, 1 अक्टूबर से शुरू होंगी कक्षाएं
रामपुर-बायापुर में तैयार नया पॉलीटेक्निक कॉलेज
1 अक्टूबर से शुरू होंगी कक्षाएं
434 छात्र-छात्राओं को मिलेगा लाभ
स्थानीय युवाओं के लिए शिक्षा का नया अवसर
चंदौली जिले में लंबे इंतजार के बाद शहाबगंज के रामपुर-बायापुर में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। करीब 17 साल बाद संत रविदास गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक कॉलेज का नया भवन पूरी तरह तैयार हो चुका है। एक अक्तूबर 2025 से यहां कक्षाएं प्रारंभ होंगी। इस नए कॉलेज के खुलने से जिले और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं को उच्च तकनीकी शिक्षा का अवसर मिलेगा।
नई पाठ्यक्रम संरचना
कॉलेज में इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर साइंस और आईसी (इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल) की पढ़ाई होगी। इस पाठ्यक्रम में कुल 434 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे, जो पहले धानापुर स्थित महामाया पॉलीटेक्निक कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे। नए भवन में पढ़ाई शुरू होने के बाद सभी विद्यार्थियों को रामपुर-बायापुर में ही कक्षाओं की सुविधा मिलेगी।
कॉलेज प्रशासन की तैयारी
कॉलेज प्रिंसिपल दिनेश कुमार ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कक्षाओं के संचालन के लिए आवश्यक संसाधन, शिक्षकों की नियुक्ति, प्रयोगशालाओं की व्यवस्था और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों की योजना को अंतिम रूप दे दिया गया है। उनका कहना है कि लंबे समय से छात्र इस कॉलेज के संचालन की प्रतीक्षा कर रहे थे और अब यह कॉलेज तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
स्थानीय युवाओं के लिए बड़ी उपलब्धि
स्थानीय लोगों का मानना है कि तकनीकी शिक्षा के इस नए केंद्र की शुरुआत से जिले में शैक्षणिक माहौल बेहतर होगा। इंजीनियरिंग और तकनीकी क्षेत्र में कैरियर बनाने वाले युवाओं को अब बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। छात्रों और अभिभावकों ने सरकार से कॉलेज में शीघ्र ही छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग भी की है।
आवास की समस्या
ध्यान देने योग्य बात यह है कि धानापुर से शहाबंज पॉलीटेक्निक कॉलेज में शिफ्ट किए गए विद्यार्थियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती आवास की है। कॉलेज में हॉस्टल की व्यवस्था फिलहाल उपलब्ध नहीं है। इसलिए कई छात्र निजी मकानों या किराए के कमरों में रहकर पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं।
उद्घाटन की तैयारी
संत रविदास राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज भवन का उद्घाटन 1 या 2 अक्तूबर को करने की तैयारी है। बीते 2009 में इस कॉलेज का शिलान्यास किया गया था, लेकिन तब तक भवन तैयार नहीं होने की वजह से कक्षाएं धानापुर में ही चल रही थीं। 2017 से एडमिशन होते रहे, लेकिन छात्र रामपुर में पढ़ाई नहीं कर पाए।
निर्माण कार्य और सरकारी पहल
स्थानीय विधायक एवं प्रशासन की पहल से कॉलेज के निर्माण के लिए विशेष पैकेज के तहत धन आवंटित किया गया और तेजी से निर्माण कार्य शुरू किया गया। अब नए भवन के बन जाने से छात्रों को आधुनिक और व्यवस्थित शैक्षणिक सुविधाएं मिलेंगी।
भविष्य की संभावनाएं
संत रविदास पॉलीटेक्निक कॉलेज में तकनीकी शिक्षा के विस्तार से न केवल छात्रों का भविष्य संवरने की संभावना है, बल्कि जिले में तकनीकी माहौल को भी बढ़ावा मिलेगा। कॉलेज में आईसी, कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स में पढ़ाई से विद्यार्थियों को रोजगार और उच्च शिक्षा के अवसर मिलेंगे।
समग्र विकास की दिशा में कदम
इस कॉलेज के खुलने से शहाबगंज और आसपास के क्षेत्रों में तकनीकी शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। छात्रावास की सुविधा के साथ-साथ प्रयोगशालाओं और शिक्षण संसाधनों की उपलब्धता से छात्रों को आधुनिक शिक्षा का लाभ मिलेगा।