ढ़ोल नगाड़े के साथ धूमधाम से हुई SDM प्रेम प्रकाश मीणा की विदाई

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show कहा जाता है कि ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा अपने आप में खुद पहचान बना देती है, जिसका एक जीता जागता नमूना मात्र कुछ दिन का समय सकलडीहा तहसील में बिताने वाले ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा के साथ देखने को मिला। अपने कम समय में यहां के आम गरीब जनता के बीच दिलो में इस तरह
 

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show

कहा जाता है कि ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा अपने आप में खुद पहचान बना देती है, जिसका एक जीता जागता नमूना मात्र कुछ दिन का समय सकलडीहा तहसील में बिताने वाले ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा के साथ देखने को मिला। अपने कम समय में यहां के आम गरीब जनता के बीच दिलो में इस तरह जगह बना ली है कि उनको लोग भगवान की तरह पूछने लगे है।

बताते चलें कि प्रेम प्रकाश मीणा का स्थानांतरण सकलडीहा से चकिया तहसील में कर दिया गया है । जिनका आज तहसील सभागार में विदाई धूमधाम से की गई। जहां तहसील कर्मी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को विदा करने में शामिल रहे, वही तहसील के अन्य क्षेत्रों से भी लोग जोर शोर से हिस्सा लिये।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अपने कार्यों से यहां की जनता के दिलों में बैठ गए हैं। उसी तरह जनता ने उनको धूमधाम से ढोल नगाड़े के धुन पर स्वागत कर और डांस करा कर अपनी छाप उनके ऊपर छोड़ दी है। विदाई के भावुक क्षणों में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने यहां की जनता का आभार व्यक्त किया और कहा कि मुझे नहीं मालूम था कि यहां की जनता इस कदर मुझसे मोहब्बत करती है। मैं यहां की जनता को जिंदगी भर नहीं भुला पाऊंगा।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सकलडीहा तहसील में आने के बाद जहां आम गरीबों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया वहीं अवैध कब्जा वालों पर काल की तरह टूट गए जिससे भाजपा के नेताओं द्वारा ट्रांसफर करा दिया गया।

माना जा रहा है कि कई अवैध कब्जा को मुक्त कराने के लिए भाजपा नेता व जिला पंचायत सदस्य के घर सहित अन्य जगहों पर उनकी टेढ़ी नजर थी । जिससे भाजपा के अतिक्रमणकारियों नेताओं में कौतूहल मच गया था।

अपनी प्रतिष्ठा व संपत्ति बचाने के लिए ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ आईएएस अधिकारी को सकलडीहा तहसील से चकिया तहसील में स्थानांतरण करा दिया गया। हालांकि स्थानांतरण के बाद जहां इनके कार्यों का श्रेय भाजपा को मिल रहा था वही स्थानांतरण के बाद भाजपा को लोग पानी पी पीकर कोष रहे है।