UP के अस्पतालों और कॉलेजों में खुलेगी शक्ति रसोई, समूह की महिलाओं को सशक्त बनाने का पक्का प्लान

शक्ति रसोई के माध्यम से स्थानीय पकवान को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें संबंधित जिलों के विशेष महत्व रखने वाले पकवानों को शक्ति रसोई में परोसा जाएगा।
 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर खुलेगी शक्ति रसोई

चंदौली जिले सहित 41 जिलों में होगी इसकी शुरुआत

स्थानीय पकवान को मिलेगा बढ़ावा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नगर विकास विभाग शहरी क्षेत्रों में लोगों को सस्ता और साफ-सुथरा खाना खिलाने के लिए शक्ति रसोई का विस्तार कराने जा रहा है। दूसरे चरण में प्रदेश के 41 जिलों में इसकी शुरुआत होने जा रही है। इसमें 14 डीएम कार्यालय, 11 तहसील परिसर, छह जिला अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्र, चार डिग्री कॉलेज, दो नगर निगम परिसर, तीन विकास भवन और चार अन्य स्थानों पर खोला जाएगा। कुल 44 स्थानों का चयन किया जा चुका है। इसकी शुरुआत 15 अगस्त से करने की तैयारी है।

स्थानीय पकवान को बढ़ावा
शक्ति रसोई के माध्यम से स्थानीय पकवान को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें संबंधित जिलों के विशेष महत्व रखने वाले पकवानों को शक्ति रसोई में परोसा जाएगा। उदाहरण के लिए देवरिया में ब्रेड कटलेट और लिट्टी चोखा, गोरखपुर रीकवाच, प्रयागराज समोसा और अयोध्या चना दाल के फरे खासतौर से खाने में दिए जा रहे हैं। इससे न केवल स्थानीय स्वाद को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि लोगों को खाना घर जैसा लगेगा। पहले चरण में इसे 15 जिलों के 25 स्थानों लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज और अन्य शहरी क्षेत्रों में चलाया जा रहा है।

चंदौली समेत इन जिलों में सुविधा
अलीगढ़, बरेली, गाजियाबाद, मेरठ, शाहजहांपुर, सहारनपुर, मथुरा, कानपुर देहात, चंदौली, पीलीभीत, बांदा, बाराबंकी, बिजनौर, महराजगंज, रायबरेली, शामली, सीतापुर, सुल्तानपुर, औरैया, इटावा, कुशीनगर, जौनपुर, बागपत, फिरोजाबाद, अंबेडकरनगर, उन्नाव, कौशांबी, गाजीपुर, गोंडा, गौतमबुद्धनगर, प्रतापगढ़, बांदा, बहराइच, बुलंदशहर, महोबा, संभल, हमीरपुर, कासगंज, मुजफ्फरनगर व लखीमपुर खीरी में भी शक्ति रसोई खोली जाएगी।

महिला समूह को रोजगार
शक्त्ति रसोई को 25 स्वयं-सहायता समूह की 104 महिलाओं द्वारा अभी चलाया जा रहा है। प्रदेश के अन्य जिलों में शुरू होने वाली इन शक्ति रसोइयों को स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा चलाया जाएगा। इसके लिए इन महिलाओं को समय-समय पर बड़े होटलों के शेफ द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

प्रशिक्षण में छोले चावल, राजमा चावल और कढ़ी बनाने की जानकारियां दी जा रही हैं। इसके लिए एक ऐप बनाया जा रहा है, जिसे 10 अगस्त तक लांच करने की तैयारी है। शक्ति रसोई में काम कर रही महिलाएं 8,000 से 10,000 रुपये हर माह कमा रही हैं।