धपरी गांव में खुदाई के दौरान शिवलिंग निकला, पुरातत्व विभाग से सर्वे की मांग
जमीन को लेकर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म
आज होगी जगह की की नापी व जांच
पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे थे उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्रा
पास के मंदिर में रखा गया है शिवलिंग
चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के धपरी गांव में एक मुस्लिम परिवार की जमीन की खुदाई के दौरान शिवलिंग मिलने से पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गयी। सकलैन के जमीन की नींव खुदाई में शिवलिंग मिलने की घटना की जानकारी फैलते ही गांव में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। मौके पर भारी संख्या में लोग पूजा-अर्चना करने लगे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। ग्रामीणों ने पुरातत्व विभाग से सर्वे की मांग की है और स्थान को शिव मंदिर घोषित करने की अपील की है। श्रावण माह में शिवलिंग का प्रकट होना लोगों के लिए आस्था का विषय बना हुआ है।
चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के धपरी गांव में शनिवार को एक ऐसी घटना हुई जिसने पूरे गांव में आस्था और रोमांच की लहर दौड़ा दी। सकलैन नाम के एक मुस्लिम परिवार के द्वारा निजी जमीन पर चहारदीवारी की नींव खुदाई करायी जा रही थी। इसी दौरान मिट्टी से एक प्राचीन शिवलिंग निकला। जैसे ही इसकी जानकारी ग्रामीणों को मिली, वहां श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई और ‘हर हर महादेव’ के जयकारों के साथ पूजा-अर्चना शुरू हो गई।
लोगों ने बताया कि यह एक कोट की जमीन है, जहां पर वर्षों से मुस्लिम परिवार के लोग रहते हैं। उसी से सटी एक निजी आराजी में भवन निर्माण के लिए नींव की खोदाई के दौरान प्राचीन शिवलिंग मिला है। इस बीच इस मसले को लेकर दो पक्ष के लोगों में तनाव भी दिखा। हालांकि मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को शांत करा दिया। बाद में शिवलिंग को शिव मंदिर में स्थापित कराया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि जहां शिवलिंग मिला है वह जमीन पहले कोट के नाम से जानी जाती थी। जिस पर लंबे समय से एक पक्ष काबिज रहा है। इसी विवाद के मद्देनजर मौके पर अलीनगर थाने की पुलिस और एसडीएम अनुपम मिश्र ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
इस संबंध में सीओ कृष्ण मुरारी शर्मा ने बताया कि कोई विवाद नहीं है। शिवलिंग को गांव के शिव मंदिर में स्थापित करा दिया गया है। वहां लोग पूजा-अर्चना कर रहे हैं। गांव में शांति व्यवस्था कायम है।
सावन में शिवलिंग मिलना मानते हैं शुभ संकेत
घटना ऐसे समय पर हुई है जब सावन का पवित्र महीना चल रहा है, जिसमें भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। इसे ग्रामीणों ने ‘बाबा भोलेनाथ का चमत्कार’ मानते हुए शिवलिंग की पूजा शुरू कर दी। आसपास के गांवों से भी लोग दर्शन के लिए आने लगे हैं।