चंदौली पुलिस से दोस्ती करने पहुंचे स्कूली बच्चे, एसपी ऑफिर में लगी सवाल-जवाब वाली क्लास
पुलिस अधीक्षक के उपस्थिति में बाल संवाद कार्यक्रम
दो स्कूलों के बच्चों ने की शिरकत
कप्तान साहब ने सहज भाव से दिया बच्चों के सवालों का जवाब
चंदौली जिले में पुलिस से दोस्ती करने के लिए स्कूली बच्चे एसपी कार्यालय पहुंचे। नन्हें बच्चों से एसपी ने पुलिस की कार्यशैली व विधि व्यवस्था के सन्दर्भ में सवाल जवाब किए। बच्चों का कांफिडेंस देख एसपी साहब खुश नजर आए।
नौनिहाल बच्चों के मन में पुलिस के प्रति डर निकालने के लिए दो स्कूल के बच्चे पुलिस कप्तान से मिलने पहुंचे। बृज नन्दिनी ग्रुप ऑफ स्कूल व डैडीज इण्टर नेशनल स्कूल के बच्चों के मन से पुलिस के प्रति भय का भाव खत्म करने के लिए एसपी डॉ. अनिल कुमार ने पुलिस लाइन चंदौली में पुलिस की कार्यशाला का आयोजन कर पुलिस की कार्यशैली से बच्चों को अवगत कराया। उपरोक्त कार्यशाला में अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) सुखराम भारती व क्षेत्राधिकारी लाइन रघुराज उपस्थित रहे।
बच्चों ने पुलिस की कार्यशैली पर किया सवाल कौन है पुलिस, वह हमारी मदद कैसे करती है ?
पुलिस अधिकारियों का लक्ष्य कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाए रखना है। पुलिस अधिकारियों को गश्त करने और अपराध पर नजर रखने, यातायात व्यवस्था को लागू करने, आपराधिक शिकायतों की जांच करने और आपातकालीन स्थितियों पर प्रतिक्रिया देने के लिए विभिन्न स्थानों पर नियुक्त किया जाता है।
पुलिस अधिकारी में सबसे बड़ा कौन होता है ?
DGP–इसका फुल फॉर्म होता है डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस अर्थात पुलिस महानिदेशक- किसी भी राज्य अथवा केन्द्र शासित प्रदेश में ये पुलिस का सबसे बड़ा पद होता है ।
एसपी कौन होता है व उनका कार्य क्या होता है?
एसपी जिला स्तर पर पुलिस विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी होता है, जिसे सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस कहते हैं। इनके जिम्मे किसी भी जिले में कानून-व्यवस्था और शांति व्यवस्था बनाए रखना होता है । एसपी के अधिकार क्षेत्र में जिले के सभी पुलिस स्टेशन आते हैं।
आर्मी और पुलिस में क्या अन्तर है ?
सेना एक बड़ी, उच्च संगठित सैन्य बल है, जिसका संबंध मुख्य रूप से जमीन, हवा व पानी के जरिए देश की रक्षा करना। जबकि पुलिस एक नागरिक बल है, जो राज्य में कानून प्रवर्तन के लिए कानूनी अधिकार रखती है और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम करती है। आर्मी देश की सरहद पर रह कर बाहरी दुश्मनों से रक्षा करती है। पुलिस देश के अंदर रह कर अपराध को रोकने और अपराधी को सज़ा दिलाने का कार्य करती है।
महिला उत्पीड़न क्या है व उससे कैसे बचा जा सकता है ?
हत्या, घरेलू हिंसा, दहेज, यौन प्रताड़ना आदि को सम्मिलित कर सकते हैं। सड़कों पर या किसी सार्वजनिक स्थान पर किसी महिला का पीछा करना, उसके क्लासरूम में या उसके काम के दौरान उस पर यौन-संबंधी इशारे करना, अश्लील गीत गाना जैसी हरकतें- ये सभी यौन उत्पीड़न हैं।
यदि आप कभी भी महसूस करें कि आपको तत्काल खतरा है, तो तत्काल डायल 112 पर पुलिस को कॉल करें। पुलिस को कॉल करने में डरें नहीं । सभी प्रकार की घरेलू और यौन हिंसा और नुकसानदेह प्रथाएँ गंभीर अपराध हैं, और पुलिस आपकी और आपके बच्चों की रक्षा कर सकती है। अन्य एजेंसियाँ भी आपको मदद और समर्थन दे सकती हैं।
सरकार द्वारा शक्ति दीदी के रुप में अभियान चलाकर महिलाओं व बालिकाओं से जुड़ कर उन्हें सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा। शक्ति दीदी अभियान के तहत महिलाओं व बालिकाओं को शासन व यूपी पुलिस द्वारा चलाई जा रही सुरक्षा संबंधित सेवाएँ जैसे- विमेन पावर लाइन 1090, महिला हेल्पलाइन 181, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076, पुलिस आपातकालीन सेवा 112, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, स्वास्थ्य सेवा 102, एम्बुलेंस सेवा 108 साइबर हेल्पलाइन 1930 एवं अधिकारियों व थानों के सीयूजी नम्बर के बारे में विस्तृत जानकारी देकर जागरुक किया जा रहा। महिलाओं एवं बालिकाओं से वार्ता कर उनके अन्दर आत्मविश्वास को बढ़ाने का प्रयत्न किया जा रहा।
हम कैसे बन सकते है IAS और IPS ?
IAS और IPS के पदों पर नियुक्ति के लिए प्रतिवर्ष संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की ओर से सिविल सेवा परीक्षा (CSE) का आयोजन किया जाता है। इस परीक्षा के तीन चरण होते हैं। पहला चरण: प्रीलिम एग्जाम, दूसरा चरण: मेंस एग्जाम, तीसरा चरणः इंटरव्यू ।
IAS और IPS अधिकारी बनने के लिए सबसे आवश्यक है। उम्मीदवार ने किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन यानी स्नातक किया हो। जो उम्मीदवार स्नातक के अंतिम वर्ष में होते हैं। वे भी इस भर्ती में भाग लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं। अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी अनिवार्य है। जनरल कैटेगरी के लिए अधिकतम आयु 32 वर्ष, ओबीसी वर्ग के लिए 35 वर्ष एवं एससी/एसटी वर्ग के लिए 37 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।