सपा सांसद वीरेंद्र सिंह अब संसद में उठाएंगे अफसरों की नाफरमानी व बेइज्जती का मामला      

सपा सांसद वीरेंद्र सिंह अब संसदीय परंपराओं के अपमान का मामला संसद में उठाएंगे। बुधवार को टैगोर टाउन स्थित अपने आवास पर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि एक दिन पूर्व सर्किट हाउस में जिला बिजली कमेटी की बैठक हुई।
 

संसदीय परंपराओं के अपमान का मामला

सांसद वीरेंद्र सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष से शिकायत करने का किया ऐलान

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री को भी भेजा शिकायती पत्र

चंदौली जिले के सपा सांसद वीरेंद्र सिंह अब संसदीय परंपराओं के अपमान का मामला संसद में उठाएंगे। बुधवार को टैगोर टाउन स्थित अपने आवास पर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि एक दिन पूर्व सर्किट हाउस में जिला बिजली कमेटी की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता उन्होंने की थी। इस बैठक समाप्त होने के एक घंटे बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने साजिश के तहत दोबारा बैठक बुलाई, जो संसदीय परंपरा और सांसद के अपमान का मामला है।

इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले में मैंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र भेजा है। इसके अलावा केंद्रीय ऊर्जा मंत्री, मुख्यमंत्री और बनारस के कमिश्नर को पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग की इस हरकत से जाहिर होता है कि अधिकारी अपनी कमियों को छिपाने के लिए इस प्रकार का कार्य कर रहे हैं। उनसे मैंने बनारस और चंदौली की बिजली व्यवस्थाओं को लेकर एक महीने में रिपोर्ट भी मांगी है।

सपा सांसद ने कहा कि एक देश और एक चुनाव की बात करने वाली सरकार एक परीक्षा नहीं करा सकती है। मझवां में उपचुनाव है। पूरे देश में उपचुनाव में वोटिंग हो रही है। केवल यूपी में हार के डर से चुनाव आगे बढ़ा दिया गया। वे जितना चुनाव आगे बढ़ाएंगे, उतने ज्यादा मतों से हारेंगे। उन्होने कहा कि मझवां में 50 हजार मतों से हम जीतेंगे। सनातन बोर्ड गठन के सवाल पर कि देशहित में सरकार कोई भी बोर्ड गठित कर सकती है।

 कुंभ के सवाल पर कहा कि महाकुंभ पहली बार नहीं हो रहा है, लेकिन पहली बार जगह को लेकर दो संत आपस में मारामारी कर रहे हैं। यह देश की आस्था का सवाल है।