पुलिस की SPEL वर्कशाप से मिलेगी नयी अनुभवात्मक शिक्षा, जानिए क्या है इसका उद्देश्य
 

स्कूलों व कालेजों के छात्र व छात्राओं द्वारा पुलिस के कार्यप्रणाली के सम्बन्ध में विभिन्न प्रकार के पूछे गये प्रश्नों के पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा समुचित प्रत्युत्तर दिया गया था।
 

SPEL कार्यक्रम की शुरुआत

30 दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ

तैयार किए जा रहे पुलिस के युवा एंबेसडर

नौजवानों को समझायी जा रही पुलिसिंग
 

चंदौली जिले में आज 30 जनवरी 2024 को 30 दिवसीय Student Police Experiential Learning (SPEL)   कार्यक्रम के दौरान जनपद के विभिन्न स्कूलों, कालेजों से चयनित छात्र व छात्राओं को सामाजिक समस्याओं से अवगत कराते हुए उनमें संवेदनशीलता विकसित करने व तनाव प्रबंधन सीखने के लिये प्रशिक्षण देने तथा पुलिस की कार्यशैली व कार्यप्रणाली (एफआईआर लिखने से लेकर घटनास्थल निरीक्षण तक) के विषय में जानकारी देकर जागरूक किये जाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। 


इस दौरान स्कूलों व कालेजों के छात्र व छात्राओं द्वारा पुलिस के कार्यप्रणाली के सम्बन्ध में विभिन्न प्रकार के पूछे गये प्रश्नों के पुलिस अधीक्षक चन्दौली द्वारा समुचित प्रत्युत्तर दिया गया था।


इस दौरान क्षेत्राधिकारी चकिया आशुतोष  सहित पुलिस के अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण सहित विभिन्न स्कूलों के छात्र व छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया था। इस कार्यक्रम की समीक्षा भारत सरकार के स्तर से की जा रही है।  यह एक ऐसा अवसर है, जहां पुलिस के कार्यों को युवा वर्ग द्वारा निकटता से देखा व समझा जायेगा, जिससे उन्हें प्रायोगिक ज्ञान का उत्तम अवसर मिलेगा। यह छात्र भविष्य में पुलिस ब्राण्ड एम्बेस्डर भी बनेंगे।


उपनिरीक्षक सूरज सिंह थाना चन्दौली, उपनिरीक्षक अमित सिंह थाना अलीनगर,  उपनिरीक्षक महफूज अहमद थाना सकलडीहा, उपनिरीक्षक जगदीश प्रसाद थाना बलुआ उपनिरीक्षक शिवबाबू यादव थाना धानापुर, उपनिरीक्षक ओमप्रकाश थाना नौगढ़ आदि को थाना स्तरीय नोडल अधिकारी बनाया गया, ताकि इस अभियान को आगे चलाया जा सके।