ताहिरपुर में 3 नंबर की ईंट से बन रहा प्रवेश द्वार, आप भी देख लीजीए वीडियो

ग्रामीणों का कहना है कि यह प्रवेश द्वार गांव की पहचान बनेगा, ऐसे में इसकी मजबूती और सुंदरता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
 

योगी सरकार के राज में 3 नंबरी ईंटों की बढ़ी है मांग

गांव के प्रवेश द्वार की गुणवत्ता पर सवाल

ग्रामीणों ने की जांच और कार्रवाई की मांग

कमीशनखोर अधिकारियों व कर्मचारियों पर एक्शन की मांग

चंदौली जनपद के नियामताबाद ब्लॉक अंतर्गत ग्रामसभा ताहिरपुर में बन रहे प्रवेश द्वार के निर्माण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय युवक ईशान मिल्की ने इस कार्य में उपयोग की जा रही ईंटों की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए विरोध दर्ज कराया है।

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ईशान मिल्की का कहना है कि लोना माता मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर बनाए जा रहे प्रवेश द्वार में जो ईंटें इस्तेमाल की जा रही हैं, वे बेहद घटिया किस्म की हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह ईंटें तीसरे दर्जे की हैं, जिन्हें आपस में ठोकने पर वे भस्सी की तरह झर जा रही हैं। इससे स्पष्ट है कि निर्माण सामग्री की गुणवत्ता से समझौता किया जा रहा है, जो भविष्य में बड़ा खतरा बन सकती है।

ग्रामीणों में भी इसको लेकर नाराजगी देखी जा रही है। उनका कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है जैसे प्रदेश सरकार ने घटिया निर्माण सामग्री से काम कराने का आदेश दे रखा हो, तभी तो बिना किसी डर के इस तरह की ईंटों से काम कराया जा रहा है। लोगों ने यह भी सवाल उठाया कि संबंधित विभाग के अधिकारियों की निगरानी कहीं नजर नहीं आती, जो समय-समय पर निर्माण कार्य की जांच करते रहें।

ईशान मिल्की और अन्य ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से इस मामले में संज्ञान लेने की मांग की है। उन्होंने अपील की है कि निर्माण कार्य की जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री से कार्य को दोबारा कराया जाए।

ग्रामीणों का कहना है कि यह प्रवेश द्वार गांव की पहचान बनेगा, ऐसे में इसकी मजबूती और सुंदरता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले समय में यह जनता की आस्था और सरकारी योजनाओं की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर सकता है।