मनबढ अध्यापकों को संभालिए BSA साहब, ABSA को भी दे रहे हैं खुलेआम धमकियां
नौगढ़ में एक और हेड मास्टर की धमकियों से शिक्षा विभाग में हड़कंप
एबीएसए साहब को WhatsApp ग्रुप में मिल गई बेइज्जत करने की धमकी
ABSA की कार्यशैली पर भी उठ रहे हैं सवालिया निशान
चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील में एक और हेड मास्टर ने टीचर व्हाट्सएप ग्रुप में खतरनाक और धमकी भरी बातें की हैं। ग्रुप में उसने लिखा कि प्रशिक्षण में जा रहे अध्यापकों और बीमार अध्यापकों की वजह से परीक्षा या पेड़ लगाने के विकल्प हैं, साथ ही जान तक देने की धमकी दी।
खंड शिक्षा अधिकारी पर वसूली का सीधा आरोप
हेड मास्टर ने सीधे खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) को टारगेट करते हुए लिखा कि “वसूली करिए, सारा विवाद आपकी वजह से है। हम PDA के नेता हैं। सावधान रहिए, वरना बेइज्जत आप भी होंगे।” यह धमकी शिक्षा विभाग में गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
राजनीति और व्यक्तिगत ताकत का हवाला
हेड मास्टर ने अपनी राजनीतिक ताकत और व्यक्तिगत मजबूती का भी हवाला दिया। उसने लिखा कि “नौगढ़ की राजनीति गंदी है। हमें कोई उंगली करेगा तो उसको फाड़ देंगे। घर से बहुत मजबूत हूं, सब निपट लूंगा। वजन मेरा 35 किलो, कलेजा 35 कुंतल का है।”
खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) का बयान
खंड शिक्षा अधिकारी लालमणि कनौजिया ने चंदौली समाचार को बताया कि teacher नौगढ़ “व्हाट्सएप ग्रुप में धमकियों की जो चैटिंग वायरल हो रहा है, वह बेहद गंभीर है। मैं इस मामले की पूरी जानकारी के बाद कार्रवाई के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है। कहा कि इस तरह की धमकियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी अध्यापकों से जल्द बयान लिए जाएंगे और कार्रवाई की जाएगी।”
हेड मास्टर के इस गंभीर खुलासे के बाद शिक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर धमकी और वसूली के आरोप, प्रत्यारोप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थानीय शिक्षक और लोग इस घटना से चिंतित हैं। उनका कहना है कि इस तरह की धमकियां न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा को प्रभावित करती हैं बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र की विश्वसनीयता को भी खतरे में डालती हैं।
आपको बता दें कि नौगढ़ में शिक्षा विभाग के कई अधिकारी वसूली के मामले में संलिप्त रहे हैं और कई शिक्षक ऐसे रहे हैं, जो एक बंधी-बंधायी रकम देकर आज भी नियमित विद्यालयों में नहीं जाते हैं। इसलिए इस तरह के आरोप पर भरोसा भी किया जा सकता है। इस मामले में इसके पहले कई खंड शिक्षा अधिकारियों पर कार्यवाही भी हो चुकी है। एक बार फिर वसूली का मामला लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। देखते हैं कि बेसिक शिक्षा अधिकारी मामले में क्या कर पाते हैं।