SDM साहब को पता नहीं, लेखपाल विभा त्रिपाठी को तहसीलदार ने दी मनचाही पोस्टिंग
चर्चित लेखपाल की दोबारा पोस्टिंग से बढ़ेगी अवैध प्लाटिंग
भूमाफियाओं के कनेक्शन पर हुयी थी कार्रवाई
दोबारा सरने में सेटिंग करके कर दिया तैनात
अब क्या करेंगे डीएम साहब
चंदौली जिले की पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर तहसील के उप जिलाधिकारी विराग पांडेय के छुट्टी पर जाने का फायदा वहां के तहसीलदार ने उठाया है और अपनी एक खासमखा लेखपाल को उसी जगह पर तैनात कर दिया गया है, जहां से उसे जमीन माफियाओं के साथ तालमेल करके अवैध तरीके से प्लाटिंग के मामले में हटाया गया था। तहसीलदार द्वारा की गई इस कार्यवाही की जोर-शोर से चर्चा हो रही है।
जानकारी में बताया जा रहा है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर तहसील की चर्चित लेखपाल श्रीमती विभा त्रिपाठी को कुछ दिन पहले सरने गांव के इलाके में अवैध तरीके से प्लाटिंग कराने व भूमाफियाओं को संरक्षण देने के मामले में हटा दिया गया था और इसको लेकर विभागीय जांच भी बैठाई गई थी। इस जांच के दौरान उनको सहजौर गांव का लेखपाल बना दिया गया था।
तबादले के बाद विभा त्रिपाठी ने सहजौर गांव में ज्वाइन करने के बजाय 3 महीने के लिए मेडिकल लीव पर चली गयीं। बताया जा रहा है कि जैसे ही उनका 3 महीने की मेडिकल लीव पूरी होने वाली थी। इस दौरान जैसे ही उपजिलाधिकारी विराग पांडेय छुट्टी पर गए तो वहां के तहसीलदार ने अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए श्रीमती विभा त्रिपाठी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर तहसील के सहजौर गांव से हटकर फिर से सरने गांव में तैनात कर दिया है।
जब इस पूरे कारनामे की जानकारी तहसील के उपजिलाधिकारी विराग पांडेय को दी गई तो उन्होंने कहा कि फिलहाल वह छुट्टी पर हैं और यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। साथ-साथ उनके बिना सहमति के यह आदेश जारी किया गया है। जैसे ही वह छुट्टी से लौटेंगे तो इस पूरे मामले को अपने स्तर से देखेंगे।
वहीं लेखपाल के तबादले के संदर्भ में तहसीलदार ने जारी आदेश में स्पष्ट रूप से लिखा है कि श्रीमती विभा त्रिपाठी द्वारा सहजौर गांव में तैनाती के अवकाश पर जाने के उपरांत 9 जुलाई को अपनी योगदान आख्या प्रस्तुत की गई है और उसी के उपरांत उनका शासकीय एवं जनहित कार्यों के दृष्टिगत सहजौर से हटाकर एक बार फिर से सरने गांव में तैनात किया जा रहा है।
चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर तहसील में एसडीएम के छुट्टी जाने के बाद किया गया कारनामा फिर से सुर्खियों में आ गया है। लेखपाल को बिना एसडीएम के आदेश के तहसीलदार ने एक जगह से हटाकर विवादित जगह पर तैनात कर दिया है। अब देखना होगा कि जिलाधिकारी ऐसे कार्य करने वाले तहसीलदार साहब पर क्या एक्शन लेते हैं या फिर सरने में फिर से भू-माफियाओं व अवैध प्लाटिंग वालों को सक्रिय करने का रास्ता बनाने का मौका देते हैं।