जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कक्ष खुलने से पहले ही लग रही कतार

विभाग अधिकारियों के माने तो मानव संसाधन के साथ क्षमता भी कम होने के कारण 60 से 70 मरीज के अलावा अल्ट्रासाउंड नहीं किया जा सकता है। जरूरत के मरीजों को तत्काल अल्ट्रासाउंड कर दिया जाता है।
 

जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए जुटी मरीजों की भीड़

मशीन पुरानी होने से मात्र 50-60 की हो पाती है जांच

रोज आते हैं 150 से ज्यादा मरीज

चंदौली जिले के पं. कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला चिकित्सालय में इन दिनों अल्ट्रासाउंड के लिए मारामारी मची हुई है। आलम यह है कि अल्ट्रासाउंड कक्ष खुलने के दो घंटे पहले से लोगों की लाइन लग जा रही है। मशीन पुरानी होने से मात्र 60-70 ही अल्ट्रासाउंड हो पा रहे हैं। ऐसे में इतने ही मरीजों को वापस होना पड़ रहा है।

आपको बता दें कि जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन 1200 मरीज ओपीडी में इलाज के लिए आते है। इसमें लगभग 150 से अधिक मरीज अल्ट्रासाउंड कराते हैं। अल्ट्रासाउंड की मशीन 10 वर्ष पुरानी है और इसकी 50 से 60 से अधिक करने की क्षमता भी नहीं है। ऐसे में मरीजों और तीमरदारों को अल्ट्रासाउंड करने के लिए पहले आओ, पहले करो के रूप में लाइन लगानी पड़ती है। विभाग अधिकारियों के माने तो मानव संसाधन के साथ क्षमता भी कम होने के कारण 60 से 70 मरीज के अलावा अल्ट्रासाउंड नहीं किया जा सकता है। जरूरत के मरीजों को तत्काल अल्ट्रासाउंड कर दिया जाता है।

इस संबंध में सीएमएस डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कर करने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण मरीज परेशान होते हैं। अल्ट्रासाउंड कक्ष पर स्टाफ की कमी है उसे तत्काल दूर करना प्राथमिकता में है।