केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने की चंदौली जिले की तारीफ, जानिए मराठी-हिंदी विवाद पर क्या बोले
आकांक्षी जिलों की सूची में चंदौली को छठा स्थान
मराठी-हिंदी विवाद पर केंद्रीय मंत्री का गोलमटोल जवाब
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की जांच में ब्लैक बॉक्स से मिलेगी और मदद
केंद्रीय राज्य उड्डयन एवं सहकारिता मंत्री मुरलीधर मोहोल सोमवार को चंदौली जिले के दौरे पर पहुंचे। यह जिला देश के 112 आकांक्षी जनपदों में शामिल है और नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट में चंदौली ने छठा स्थान प्राप्त कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अपने दौरे के दौरान मंत्री ने विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को पारदर्शिता और गति के साथ काम करने के स्पष्ट निर्देश दिए।
बैठक में विकास योजनाओं की बिंदुवार समीक्षा
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में मंत्री मोहोल ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल विकास सहित विभिन्न विभागों के कार्यों की प्रगति रिपोर्ट देखी। उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिलों की सूची में चंदौली का छठवें स्थान पर आना यहां के प्रशासन और जनता के सम्मिलित प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि निर्धारित पैरामीटर पर काम की गति को और तेज करें ताकि आने वाले समय में चंदौली को विकसित जिलों की श्रेणी में लाया जा सके।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर जानकारी
मंत्री मोहोल ने मीडिया से बातचीत में अहमदाबाद में हाल ही में हुए प्लेन क्रैश का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है और ब्लैक बॉक्स भी मिल गया है, जिससे जांच को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के वास्तविक कारणों की पुष्टि फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी, क्योंकि अभी जांच में कई बिंदुओं पर काम जारी है।
मराठी बनाम हिंदी विवाद पर संतुलित बयान
महाराष्ट्र में चल रहे मराठी बनाम हिंदी भाषा विवाद पर मंत्री मोहोल ने संयमित रुख अपनाते हुए कहा कि कुछ संगठन और राजनीतिक दल इसे मुद्दा बना रहे हैं, लेकिन आज के दौर में मराठी के साथ-साथ हिंदी, अंग्रेजी और अन्य भाषाओं का ज्ञान भी बच्चों के भविष्य के लिए उतना ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से बहुभाषिक शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि देश का युवा वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सके।
चंदौली की तारीफ, अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश
मंत्री ने कहा कि चंदौली आकांक्षी जिलों में देशभर में अपनी पहचान बना रहा है। यह उपलब्धि प्रशासनिक अमले, जनप्रतिनिधियों और जनता के बीच बेहतर समन्वय का परिणाम है। बैठक के अंत में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने मंत्री को आश्वस्त किया कि उनके सुझावों को जमीनी स्तर पर पूरी गंभीरता से लागू किया जाएगा।
इस मौके पर राज्यसभा सांसद साधना सिंह, चकिया विधायक कैलाश आचार्य, मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाई के राय, परियोजना अधिकारी समेत सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।