UP बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसने की तैयारी, नकलचियों के लिए नयी रणनीति
 

चंदौली जिले में माध्यमिक शिक्षा परिषद के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट तैयारी शुरु हो गयी है। इसके लिए जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग अपनी-अपनी तैयारी में जुट गया है
 

नकल नियंत्रण के लिए बोर्ड के नियमों में हुआ बदलाव

अब ऐसा होगा कॉपी का कलर

कॉपी का बार कोड भी बीचोबीच दिखायी देगा

 

चंदौली जिले में माध्यमिक शिक्षा परिषद के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट तैयारी शुरु हो गयी है। इसके लिए जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग अपनी-अपनी तैयारी में जुट गया है । माध्यमिक शिक्षा परिषद के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में नकल पर नियंत्रण के लिए बोर्ड ने नियमों में बदलाव किया जा रहा है। 


आपको बता दें कि बार कोड इस बार उत्तरपुस्तिका के बीच में होगा। बार कोड से उत्तर पुस्तिका की चेकिंग की जाएगी। इसके साथ ही उत्तरपुस्तिका के कवर पेज पर अंकित विवरण का रंग भी बदला गया है, ताकि पुरानी उत्तर पुस्तिका बाहर से लिखवाकर जमा कराने की कोशिश करने वालों को करारा जवाब दिया जा सके। ऐसे में बाहर की कॉपी अंदर आने की आशंका बिल्कुल नहीं होगी। 


फिलहाल जिले में जोरशोर से वर्ष 2024 की यूपी बोर्ड को परीक्षा की तैयारी चल रही है। बोर्ड को ओर से परीक्षा केंद्रों को अंतिम सूची जारी कर दी गई है। इस पर आपत्तियां लेते हुए अंतिम सूची जारी होनी है। इसके साथ ही बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्र छात्राओं को प्रयोगात्मक परीक्षाओं का कार्यक्रम भी जारी कर चुका है। परीक्षा में लगभग 64 हजार छात्र-छात्राएं सम्मिलित होंगे। 


बोर्ड परीक्षाएं इस बार फरवरी में शुरू होने की संभावना है, जो मार्च तक चल सकती हैं। बोर्ड परीक्षा में नकल की संभावनाओं को खत्म करते हुए हाईस्कूल की उत्तर पुस्तिकाओं पर अंकित विवरण का रंग परिवर्तित कर काला कर दिया गया है। वर्ष 2023 की परीक्षा में रंग लाल था। वहीं पिछले वर्ष परीक्षा में उत्तरपुस्तिकाओं के कवर पेज पर लगाया गया बार कोड इस बार कापी के बीचोबीच कर दिया गया है।


बोर्ड परीक्षा 2024 की तैयारियों के बीच शासन ने परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूची जारी की है। इस बार जिले के 88 केंद्रों पर बोर्ड की परीक्षा कराई जाएगी। परीक्षार्थियों का डाटा विभागीय वेबसाइट पर अपलोड किया जा चुका है।


जिला विद्यालय निरीक्षक जयप्रकाश का कहना है कि उत्तर पुस्तिकाओं का रंग परिवर्तित कर काला कर दिया जाएगा और बार कोड भी बीच में किया जा रहा है, ताकि एकबार फिर से नकलविहीन परीक्षा हो सके।